रायबरेली : बड़े नेताओं के नाम पर यूथ संगठनों की परंपरा भारतीय राजनीति में हमेशा से चली आ रही है. इसी के चलते प्रियंका गांधी के राजनीति में उतरने से उनके नाम पर भी यूथ फोरम के गठन हो चुका है. भुएमऊ गेस्ट हाऊस के बाहर संगठन के लोगों का कहना है कि फ्रंट के प्रभारी ने यूथ को प्रियंका के साथ जोड़ने को ही अपने संगठन का मुख्य लक्ष्य माना है.
देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल की संगठन की कमान जब से प्रियंका गांधी के हाथों में आई है. तब से न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश मे प्रियंका के प्रति नौजवानों में गजब का आकर्षण देखा जा रहा है. वैसे तो प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने की अपील की वर्षो से पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही थी, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के बाद से युवाओं में काफी उत्साह है.
वहीं प्रियंका यूथ फ्रंट के प्रभारी बाबुल का कहना है कि 2022 के विधानसभा चुनावों में प्रियंका के नेत्रत्व में प्रदेश की सरकार बनाने को तैयार हैं.