रायबरेली: प्रवासी मजदूरों को 1000 बसें उपलब्ध कराने के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी में लगातार खींचतान देखने को मिल रही है. इसी बीच प्रदेश सरकार ने आक्रामक रुख अपनाते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह के खिलाफ राजधानी लखनऊ में मंगलवार को ही आपराधिक मुकदमा दर्ज करा दिया था. बुधवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी भी हुई. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार के इस एक्शन के विरोध में ज्ञापन सौंपने कलेक्ट्रेट पहुंचे.
पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने कहा कि सरकार का यह रवैया साफ दर्शाता है कि उनका इरादा ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार ने खुद 879 बसों के कागजात सही होने की बात मानी है. कम से कम इतनी बसों के संचालन का आदेश तो सरकार दे ही सकती थी. इसके बावजूद सरकार ने बदले की भावना से कार्य करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय महासचिव के निजी सचिव के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया. सरकार को अपने इस अड़ियल रवैया का छोड़कर तत्काल श्रमिकों के लिए उपलब्ध बसों को प्रयोग करना चाहिए और कांग्रेसियों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए जाने चाहिए नहीं तो पार्टी के कार्यकर्ता सरकार के विरोध में प्रदेश व्यापी आंदोलन चलाएंगे.
एमएलए अदिति सिंह के बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी से विधायक अदिति सिंह के इसी मुद्दे पर दिए गए बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अदिति सिंह उसी पार्टी के खिलाफ स्टैंड ले रही हैं, जिसके बलबूते उनकी विधानसभा में एंट्री हुई है. बेहतर यह होगा कि विधायक अदिति सिंह पहले अपने पद से इस्तीफा दें फिर वो स्वतंत्र हैं किसी भी पार्टी के पक्ष में कुछ भी कहने के लिए, लेकिन बतौर कांग्रेस विधायक उनका यह बयान ठीक नहीं है.