रायबरेली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और 2017 के चुनावों में अमेठी की तिलोई विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे विनोद मिश्र का शनिवार देर रात लखनऊ के एसजीपीजीआई में निधन हो गया. जानकारी के मुताबिक, विनोद मिश्र बीते 03 सिंतबर से कोरोना संक्रमित थे. वह अस्पताल में भर्ती थे. विनोद मिश्र रायबरेली-अमेठी के पुराने कांग्रेसी और गांधी परिवार के बेहद करीबियों में गिने जाते रहे हैं. इससे पहले 01 सिंतबर को उनकी माता का भी कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया था.
अमेठी के तिलोई विधानसभा क्षेत्र के पाकरगांव के मूल निवासी विनोद मिश्र शुरू से ही कांग्रेस संगठन के सक्रिय सदस्यों में रहे हैं. राजीव गांधी के दौर से उनकी निष्ठा कांग्रेस पार्टी में रही और गांधी परिवार के बेहद भरोसेमंद कार्यकर्ताओं में गिने जाते रहे. वर्ष 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अमेठी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के दौर से ही अमेठी में दोबारा गांधी परिवार की लोकप्रियता बढ़ने लगी. बाद में 2004 के चुनावों से राहुल गांधी अमेठी से सांसद चुने जाते रहे.
सन् 1999 से गांधी परिवार के चुनावों के दौरान विनोद मिश्र तिलोई विधानसभा के प्रभारी और मुख्य कर्ता धर्ता की भूमिका में रहे. इनका इनाम उन्हें यूपीए शासनकाल में वर्ष 2008 के अंत मे बतौर डायरेक्टर पंजाब नेशनल बैंक में नियुक्ति के रुप में मिला और आगे चलकर इस विधानसभा से 2017 में पार्टी प्रत्याशी बनाकर गांधी परिवार में उन पर भरोसा कायम रखा. खास बात यह है कि विधानसभा चुनावों के दौरान अमेठी-रायबरेली के प्रत्याशियों की सूची खुद प्रियंका गांधी तय करती रही हैं.
विनोद मिश्र तिलोई में राजीव गांधी विद्यापीठ महाविद्यालय के नाम शिक्षण संस्थान का भी संचालन करते रहे. उनके निधन पर कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी समेत तमाम कांग्रेसी नेताओं ने शोक प्रकट किया है.