ETV Bharat / state

रायबरेली: किसानों की फसल बीमा योजना में हुए बदलाव - केसीसी धारक किसानों की फसल बीमा योजना

यूपी के रायबरेली में केसीसी धारक किसानों की फसल बीमा योजना में इस साल से आंशिक बदलाव किया गया है. किसानों की ओर से लिखित सूचना देने पर उनके खातों से कटने वाली फसल बीमा योजना की ईएमआई कटनी बंद हो जाएगी.

किसानों के फसल बीमा योजना में किए गए आंशिक बदलाव
किसानों के फसल बीमा योजना में किए गए आंशिक बदलाव
author img

By

Published : Jul 8, 2020, 8:20 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

रायबरेली: जिले में केसीसी धारक किसानों की फसलों की बीमा नियम में इस साल से आंशिक बदलाव किया गया है. केसीसी धारकों के लिए बीमा की अनिवार्यता खत्म की गई है. किसानों की ओर से लिखित सूचना देने पर उनके खातों से जा रही फसल बीमा योजना की ईएमआई कटनी बंद हो जाएगी.

हालांकि फसल बीमा योजना प्रदेश समेत केंद्र सरकार की भी महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार रही है, लेकिन कई बार किसानों की ओर से इसको लेकर शिकायतें भी की जा चुकी हैं. यही कारण है कि अब शासन ने योजना से निकलने की जुगत भी सुझाई गई है.

बीमा की अनिवार्यता खत्म
किसान फसल बीमा योजना को लेकर किसानों की ओर से लगातार खामियों को उजागर किया जाता रहा है. कई अवसरों पर किसान को फसलों की क्षतिपूर्ति नहीं मिलती है. कई बार किसान संबंधित बीमा कंपनियों से संवाद करने में भी सफल नहीं होते हैं. यही कारण है कि सभी केसीसी धारकों के लिए बीमा की अनिवार्यता खत्म की गई है.

ईएमआई से मिलेगा छुटकारा
रायबरेली जनपद के कृषि विभाग के मुखिया एवं उप निदेशक एचएन सिंह ने बताया कि फसल बीमा योजना के मानक के अनुसार ग्राम पंचायत की इकाई की दर से ही कृषकों को क्षतिपूर्ति देने का प्रावधान रहा है. यही कारण है कि कई किसान इसको लेकर असंतुष्ट थे. ऐसे सभी किसानों के पास इस वर्ष से फसल बीमा योजना से मुक्त होने का प्रावधान लाया गया है. केसीसी जारी करने वाले बैंकों को लिखित सूचना देने पर फसल बीमा योजना की ईएमआई से किसान छुटकारा पा सकते हैं.

रायबरेली: जिले में केसीसी धारक किसानों की फसलों की बीमा नियम में इस साल से आंशिक बदलाव किया गया है. केसीसी धारकों के लिए बीमा की अनिवार्यता खत्म की गई है. किसानों की ओर से लिखित सूचना देने पर उनके खातों से जा रही फसल बीमा योजना की ईएमआई कटनी बंद हो जाएगी.

हालांकि फसल बीमा योजना प्रदेश समेत केंद्र सरकार की भी महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार रही है, लेकिन कई बार किसानों की ओर से इसको लेकर शिकायतें भी की जा चुकी हैं. यही कारण है कि अब शासन ने योजना से निकलने की जुगत भी सुझाई गई है.

बीमा की अनिवार्यता खत्म
किसान फसल बीमा योजना को लेकर किसानों की ओर से लगातार खामियों को उजागर किया जाता रहा है. कई अवसरों पर किसान को फसलों की क्षतिपूर्ति नहीं मिलती है. कई बार किसान संबंधित बीमा कंपनियों से संवाद करने में भी सफल नहीं होते हैं. यही कारण है कि सभी केसीसी धारकों के लिए बीमा की अनिवार्यता खत्म की गई है.

ईएमआई से मिलेगा छुटकारा
रायबरेली जनपद के कृषि विभाग के मुखिया एवं उप निदेशक एचएन सिंह ने बताया कि फसल बीमा योजना के मानक के अनुसार ग्राम पंचायत की इकाई की दर से ही कृषकों को क्षतिपूर्ति देने का प्रावधान रहा है. यही कारण है कि कई किसान इसको लेकर असंतुष्ट थे. ऐसे सभी किसानों के पास इस वर्ष से फसल बीमा योजना से मुक्त होने का प्रावधान लाया गया है. केसीसी जारी करने वाले बैंकों को लिखित सूचना देने पर फसल बीमा योजना की ईएमआई से किसान छुटकारा पा सकते हैं.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.