रायबरेली/सुलतानपुर: आदित्य सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह को 4 फरवरी को धमकाने की शिकायत पर रायबरेली पुलिस ने सदर विधानसभा सपा के 2 बार प्रत्याशी रहे आरपी यादव और उनके एक साथी को दोबारा गिरफ्तार कर रायबरेली जेल से सुलतानपुर भेज दिया गया. इसके बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रर्दशन किया. वहीं, गुरूवार को शिवपाल सिंह यादव के ट्वीट के बाद मामले के राजनीतिक तूल पकड़ लिया है.
-
दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे द्वारा जिला कारागार, रायबरेली में निरुद्ध श्रीआर०पी०यादव से मुलाकात हेतु आग्रह किए जाने के बावजूद आज उन्हें आनन फानन में जिला कारागार, सुल्तानपुर हस्तांतरित कर दिया गया। भाजपा सरकार की यह कार्रवाई पारदर्शी लोकतंत्र व निष्पक्ष न्यायिक व्यवस्था पर सवाल है। pic.twitter.com/523DO3jmVS
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) February 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे द्वारा जिला कारागार, रायबरेली में निरुद्ध श्रीआर०पी०यादव से मुलाकात हेतु आग्रह किए जाने के बावजूद आज उन्हें आनन फानन में जिला कारागार, सुल्तानपुर हस्तांतरित कर दिया गया। भाजपा सरकार की यह कार्रवाई पारदर्शी लोकतंत्र व निष्पक्ष न्यायिक व्यवस्था पर सवाल है। pic.twitter.com/523DO3jmVS
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) February 9, 2023दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे द्वारा जिला कारागार, रायबरेली में निरुद्ध श्रीआर०पी०यादव से मुलाकात हेतु आग्रह किए जाने के बावजूद आज उन्हें आनन फानन में जिला कारागार, सुल्तानपुर हस्तांतरित कर दिया गया। भाजपा सरकार की यह कार्रवाई पारदर्शी लोकतंत्र व निष्पक्ष न्यायिक व्यवस्था पर सवाल है। pic.twitter.com/523DO3jmVS
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) February 9, 2023
दरअसल, अक्टूबर 2019 में हरचंदपुर निवासी आदित्य सिंह नाम के छात्र की हत्या कर उसका शव सड़क पर फेंक दिया गया था. साथ ही उसे दुर्घटना का रूप दे दिया गया. इस मामले में मृतक आदित्य के परिजनों ने सपा नेता सुरेश यादव उनके पुत्र व उनके कर्मचारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने मामले की जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी थी. इसी बीच मामले में सपा प्रत्याशी आरपी यादव भी हत्या की साजिश के तहत गिरफ्तार कर लिए गए थे. साथ ही विधानसभा चुनाव के समय वह जेल से जमानत पर बाहर आए. इस बीच आदित्य हत्याकांड की गवाह राजकुमारी सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई की आरपी यादव व उनके साथी हर्षित पटेल ने उन्हें धमकाया व गवाही न देने को कहा है. जिसपर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर 4 फरवरी को आरपी यादव और हर्षित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
वहीं, सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव प्रयागराज जाते समय रायबरेली में रुके. जहां समाजवादी पार्टी के कार्यक्रताओं ने उनका स्वागत किया. वहीं, सपा कार्यरकर्ताओं ने शिवपाल सिंह यादव को बताया कि आरपी यादव को रायबरेली जेल से सुल्तानपुर जेल भेज दिया गया है. इसके बाद ही शिवपाल सिंह यादव की ओर से ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा गया. ट्वीट में उन्होंने कहा कि आरपी यादव से मिलने का आग्रह किया था. लेकिन उसके कुछ देर बाद ही उन्हें रायबरेली जेल से सुल्तानपुर जेल ट्रांसफर कर दिया गया. ये सरकार की पारदर्शी व निष्पक्ष न्यायिक व्यवस्था पर सवाल है. साथ ही उन्होंने इस ट्वीट के साथ एक पत्र भी संलग्न किया है. जिसमें जिला अधिकारी से आरपी यादव से मिलने की अनुमति उनके द्वारा मांगी गई थी. शिवपाल के ट्वीट के बाद मामले के राजनीतिक तूल पकड़ने का अंदेशा जताया जा रहा है.
सुलतानपुर जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने बताया कि बुधवार की देर रात करीब 12:30 बजे रायबरेली पुलिस सपा नेता आरपी यादव को लेकर यहां पहुंची थी. उन्हें जेल के बैरक नंबर 12 में रखा गया है. जहां आमतौर से नये बंदियों को रखा जाता है.
यह भी पढ़ें- Kanpur Harsh Firing: शादी समारोह के कार्यक्रम में हर्ष फायरिंग, एक महिला की मौत