प्रयागराज: जिले के बहरिया विकासखंड में आने वाले कादीपुर गांव की महिलाओं ने यह साबित कर दिया कि महिलाएं अगर ठान लें तो कुछ भी करके दिखा सकती हैं. इन दिनों कादीपुर की महिलाएं चप्पल निर्माण का कार्य कर समाज में सकारात्मक उदाहरण दे रही हैं और चर्चा का विषय बनी हुई हैं.
महिलाओं में दौड़ी खुशियों की लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में कादीपुर के महिलाओं का स्वरोजगार की तारीफ की. जब प्रधानमंत्री ने यहां की महिलाओं का जिक्र किया और उनके चप्पल निर्माण स्वरोजगार की बात की तो महिलाओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. कुछ समय पहले गरीबी और मुश्किल दौर से गुजर रहीं इन महिलाओं को दो साल पहले चप्पल निर्माण के बारे में जानकारी मिली थी. इसके बाद इस गांव की पल्लवी परमार ने ज्वाला समूह का गठन किया और आजीविका मिशन के तहत बनने वाले स्वयं सहायता समूह का सहारा लिया.
स्लीपर बनाकर स्वरोजगार दे रही बढ़ावा
पल्लवी परमार ने समूह के माध्यम से महिलाओं को स्लीपर बनाने के काम में लगाया. महिलाओं के बनाए चप्पलों को स्थानीय बाजारों में भी पहचान मिलने लगी है. स्थानीय लोगों ने इनके उत्पादों को खरीदना भी शुरू कर दिया है, जिसके चलते समूह से जुड़ी महिलाओं ने अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया बल्कि दूसरों को भी रोजगार का रास्ता दिखाया.
महिलाओं ने मोदी का किया शुक्रगुजार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वरोजगार और स्थानीय खरीद की अपील पर इनके उत्साह में वृद्धि हुई. इन महिलाओं का कहना है कि आज हम प्रधानमंत्री के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने हमारे उत्पाद की चर्चा अपने कार्यक्रम में की और हमारे गांव का नाम आज पूरे देश में हो रहा है.
जानिए क्या कहा मुख्य विकास अधिकारी ने
प्रयागराज के मुख्य विकास अधिकारी प्रेम रंजन ने इस सहराहनीय कार्य की पहल की है. उन्होंने संबंधित जिला स्तर के सभी अधिकारियों को एक पत्र लिखकर स्वयं सहायता समूह के उत्पादों को खरीदने की अपील की है.
महिलाओं को किया गया सम्मानित
इस कार्य के लिए मुख्य विकास अधिकारी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सम्मानित भी किया है. वहीं अब स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी उस गांव के विकास का बीड़ा उठाया है और उसे अब मॉडल विलेज बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है.
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