प्रयागराज: वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इस बार करवाचौथ की मेहंदी का रंग फीका नजर आ रहा है. कोरोना ने जिले के सिविल लाइन में मेहंदी लगाने वाले युवक-युवतियों की दीपावली की खुशियों में बाधा डाली है. हर साल मेहंदी लगाने वाले करवाचौथ के दिन अच्छी कमाई किया करते थे, लेकिन इस बार वह भगवान के भरोसे हैं.
दुकानदारों के यहां पसरा सन्नाटा
जिले में करवाचौथ के मौके पर सिविल लाइंस में मेहंदी लगाने वाले बेरोजगारों युवकों और युवतियों की दुकानों में इस बार सन्नाटा पसरा है. कोरोना के दूसरे फेज की वापसी के डर और संक्रमण के खतरे की वजह से महिलाएं इस बार मेहंदी लगाने के लिए अपने घर से बाजार जाने में कतरा रही हैं. इसकी वजह से मेहंदी लगाकर अपनी रोजी-रोटी कमाने वाले दुकानदारों के यहां सन्नाटा पसरा है. दुकानदारों का कहना है कि कोरोना के संक्रमण के खतरे की वजह से इस बार करवाचौथ में उनके यहां इक्का-दुक्का सुहागन महिलाएं ही मेहंदी लगवाने के लिए पहुंच रही हैं.
डर से नहीं आ रहे लोग
मेहंदी लगाने वाले विनोद कहते हैं कि कोरोना की वजह से इस बार बहुत दिक्कतें आ रही हैं. एक रुपए में 25 पैसे का काम ही रह गया है. विनोद का कहना है कि ग्राहक डर के कारण मेहंदी लगवाने को तैयार नहीं हैं. जो भी मेंहदी लगवा रहे हैं, वह पूरे तरीके से सुरक्षित होने के बाद ही लगवा रहे हैं. विनोद ने बताया कि इस कारण उनकी दीपावली भी बेकार हो गई है.
बिजनेस में आ रहीं दिक्कतें
मेहंदी लगाने वाली पूनम बताती हैं कि इस बार लोगों के मन में इतना भय बना हुआ रखा है और लोगों ने इस बार दूरी भी बना के रखी है. जिसके कारण इस बार बिजनेस में भी दिक्कतें हो रही हैं. पूनम ने बताया कि यहां हर बार लाइन लगी रहती थी. इस बार खाली बैठना पड़ रहा है.