प्रयागराज: गंगा-यमुना के जलस्तर में फिर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. बुधवार की शाम से जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है. नदियों का जलस्तर दस से 12 सेंटीमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से बढ़ रहा है. इससे घाटों और निचले इलाकों में रहने वालों की फिर मुश्किलें बढ़ने लगी है. गंगा-यमुना में मध्यप्रदेश के माताटीला और बरियारपुर बांध के साथ ही कानपुर बैराज और नेरोर बांध से पानी छोड़े जाने पर दोबारा जलस्तर में बढोत्तरी तेजी से हो रही है. केन और बेतवा नदी का जल पहुंचने से कछारी इलाकों में रहने वालों का फिर मुसीबत बढ़ गई है.
प्रयागराज में गंगा यमुना का फिर से बढ़ा जलस्तर सीमावर्ती प्रदेश में हो रही बारिशसीमावर्ती प्रदेश में लगातार बारिश के चलते बेतवा और केन नदी में जल एकत्रित हुआ है. यही जल अब गंगा-यमुना नदी में छोड़ा गया है. बांधों बढ़े जल दबाव के कारण बांध से पानी छोड़ा गया है. जिसका सीधा-सीधा असर गंगा-यमुना में देखा जा रहा है. बांध में पानी का दबाव कम करने के लिए करीब 5.50 लाख क्यूसेक जल छोड़ा गया है. बुधवार शाम से ही गंगा-यमुना में जलस्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही हैं. इसके साथ शाम में बारिश होने के चलते जल में वृद्धि हुई है.
निचले इलाकों में फिर भरा पानीनदियों में जलस्तर बढ़ोतरी के चलते कछारी और निचले इलाकों में फिर पानी बाढ़ का भरने लगा है. दारागंज से लवकत सलोरी और छोटा बघाड़ा में रहने वालों लोगों के लिए फिर से एक बार चिंता बढ़ गई है. जलस्तर बढ़ने घाटी इलाकों में रहने वाले लोग अपना समान हटाने के साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था भी करना शुरू कर दिया है.
गंगा-यमुना जलस्तर बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा है. इसलिए शाम से सभी लोग अपना-अपना सामान हटाने में व्यस्त है. इस बार गंगा-यमुना दुबारा बढ़ रही है. जिसके चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस वर्ष हनुमानजी फिर से दोबारा स्नान करेंगे.
कल्लू प्रसाद द्विवेदी, पंडा