प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव का शंखनाद हो चुका है. सभी प्रत्याशी इस बार चुनावों में अपना पूरा जोर लगा रहे हैं. वहीं अबकी बार के इन चुनावों में राजनीतिक पार्टियों की सीधी दखल के बाद ये चुनाव खासा दिलचस्प हो गए हैं.
प्रयागराज जिला पंचायत में वर्तमान समय में 92 सदस्य हैं. लेकिन, आने वाले दिनों में होने वाले निर्वाचन में इन सदस्यों की संख्या कम होकर 84 हो जाएगी, क्योंकि नए परिसीमन की वजह से कई इलाके नगर निगम सीमा विस्तार में शामिल हो रहे हैं. इससे जिला पंचायत सदस्य की 8 सीटें कम हो जाएंगी. वर्तमान में रेखा सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.
जिले की सोरांव विधानसभा इलाके में कई जिला पंचायत सदस्य हैं. लेकिन, इलाके के लोगों का साफ कहना है कि जिला पंचायत सदस्यों द्वारा इलाके में कोई खास कार्य नहीं करवाया गया है. कई ग्रामीणों का तो यह भी आरोप है कि उन्होंने जिला पंचायत सदस्यों को पिछले चुनाव के बाद से ही नहीं देखा है. ग्रामीणों का आरोप यह भी है कि जिला पंचायत सदस्य ने इलाके में किसी भी तरह के विकास कार्य नहीं किए हैं. गांवों में जो भी विकास कार्य हुए हैं, वह ग्राम प्रधान के साथ ही सांसद विधायक के कोटे से हुए हैं.
सोरांव के चमनबाग क्षेत्र में हैं समस्याएं
सोरांव विधानसभा क्षेत्र मुख्यालय के पास चमन बाग मोहल्ला है, जहां लोग अपने घरों तक बिजली का तार ले जाने के लिए बल्लियों का सहारा लिए हुए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि वे 15 से 20 सालों से चमन बाग इलाके में रह रहे हैं, लेकिन अभी तक उनके घरों तक बिजली के तार ले जाने के लिए खंभे नहीं लग सके हैं. इस वजह से ग्रामीणों ने अपने से ही बल्लियों का जुगाड़ कर उसी के सहारे तार खींच लिया है.
इसके अलावा पेड़ों के सहारे भी कई लोग घरों तक बिजली का तार ले गए हैं. अब तक उन तारों की चपेट में आने से कई जानवरों की मौत भी हो चुकी है. यही नहीं, इस मोहल्ले में जाने के लिए जो खड़ंजे वाली सड़क बनी है, उसकी भी हालत बेहद खराब है. इस मोहल्ले में पानी निकासी के लिए नाली का भी इंतज़ाम नहीं है, जिससे पानी निकासी की समस्या बरसात में मुसीबत बन जाती है. सालों से इस मोहल्ले के लोग इन परेशानियों से जूझ रहे हैं लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है. मोहल्ले के लोगों का आरोप है कि जिला पंचायत सदस्य चुनाव के बाद से कभी भी उनकी सुध लेने नहीं पहुंचे हैं.
इसके साथ ही सोरांव तहसील के रहने वाले दूसरे लोगों का भी यही कहना है कि उनके इलाके के जिला पंचायत सदस्यों ने क्षेत्र में विकास का कोई ऐसा कार्य नहीं किया है जिसको लेकर उनकी चर्चा की जा सके. बिजली पानी सड़क के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी कोई कार्य नहीं किए जाने का आरोप लगाया गया है.
किसानों का भी ऐसा ही कहना है कि उनके क्षेत्र में जिला पंचायत सदस्यों के द्वारा खेती किसानी के लिए भी ऐसा कोई खास कार्य नहीं किया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि नहरें सूखी रहती हैं, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए भी परेशान होना पड़ता है. किसानों का कहना है कि कहने को तो इलाके से जिला पंचायत सदस्य चुने जाते हैं, लेकिन वह किसानों के लिए ऐसा कुछ कार्य नहीं करते, जिससे कि किसान को कुछ सुविधाएं मिलें और उनकी फसल और उपज बेहतर हो सके.