प्रयागराज: एक ओर जहां कोरोना काल में लोग बेरोजगारी झेलने पर मजबूर हैं, तो वहीं दूसरी ओर मंहगाई की मार से आम लोगों की थाली से सब्जियां दूर होती देखी जा रही हैं. महंगाई का आलम यह है कि लोग जब सब्जियां खरीदने जाते हैं तो पता चलता है कि आलू कहीं 35 तो कहीं 40 रुपये किलो बिक रहा है. वहीं प्याज 30 रुपये किलो मिल रहा है. साथ ही यही हाल हरी सब्जियों का भी है, जो कि 30 या 40 रुपये किलो से कम नहीं मिल रही हैं. यानी कुल मिलाकर कहें तो लोगों में महंगाई को लेकर खासा चिंता बनी हुई है.
कमरतोड़ महंगाई से लोग परेशान
ईटीवी भारत की टीम प्रयागराज जिले स्थित सब्जीमंडी में पहुंची, जहां सब्जी विक्रेताओं और ग्राहकों से बातचीत की. इस दौरान लोगों ने बताया कि सब्जियों के आसमान छूते भाव देखकर पौष्टिक भोजन के रुप में हरी सब्जी, सलाद खाना तो दूर, लग रहा है कि सूखा भोजन करना भी नसीब नहीं होगा. लोगों का कहना है कि इस बेरोजगारी भरे हालात में लोग सही तरीके से अपना पेट भरने को लेकर परेशान हैं, तो परिवार का पेट कैसे भरेगा. महंगाई को लेकर लोगों में कहीं न कहीं सरकार के प्रति भी गुस्सा देखने को मिल रहा है. वहीं कुछ ग्रामीणों द्वारा परेशान होकर ऐसी चर्चा करते हुए भी सुना गया कि कोरोना कोई बीमारी नहीं है, यह सब कुछ मोदी और योगी ने जनता को परेशान करने के लिए किया हुआ है.
बताते चलें कि इस कमरतोड़ मंहगाई में लोगों की दिक्कतों को देखते हुए सरकार और अधिकारियों को जरूर कुछ ध्यान देने की जरूरत है. ऐसे मुश्किल हालातों में लोगों को घर खर्च चलाना भी कठिन हो गया है. जनमानस की इस गंभीर समस्या को देखते हुए सरकार को कुछ राहत भरे कदम उठाने चाहिए, लेकिन ऐसा होता फिलहाल तो नहीं दिख रहा है.