प्रयागराजः उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) का आरोपी अतीक अहमद (Atiq Ahmed) का करीबी 50 हजार का इनामी नफीस बिरयानी बुधवार को पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया. मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी की प्रयागराज में गंगा पार के इलाके के नवाबगंज थाना क्षेत्र में पुलिस से मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. फरवरी से फरार नफीस बिरयानी पर पिछले हफ्ते पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था. घायल नफीस बिरयानी को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल भेज दिया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है.
24 फरवरी को हुए उमेश पाल तिहरे हत्याकांड के बाद से प्रयागराज का सबसे मशहूर बिरयानी वाला मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी भी माफिया अतीक अहमद के गैंग के लोगों के साथ फरार हो गया था. उमेश पाल और उसके साथ मारे गए दोनों पुलिस वालों का मर्डर करने शूटर जिस कार से आये हुए थे वो कार इसी बिरयानी वाले कि बतायी जा रही है. इस कार को उसने अपने करीबी रिश्तेदार के नाम कर दी थी. मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी पर यह भी आरोप है कि उसने ही क्रेटा कार रिश्तेदार से शूटरों को दिलवायी थी. इसी कार में बैठकर असद समेत अन्य शूटर उमेश पाल ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे. उसी घटना के बाद से नफीस बिरयानी फरार चल रहा था और लगातार ठिकाने बदलकर पुलिस से बच रहा था.
मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी उमेश पाल तिहरे हत्याकांड के बाद से फरार हो गया था. इसके बाद से ही प्रयागराज शहर में फैला हुआ उसका बिरयानी का कारोबार पूरी तरह से बंद हो गया था. पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी. इस बीच 18 नवम्बर को कई महीनों से फरार चल रहे नफीस बिरयानी पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया था. इसी के साथ पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए टास्क फोर्स बनायी थी.
इस टीम ने मिशन ऑक्टोपस के तहत माफिया अतीक अहमद के गुर्गे नफीस बिरयानी की तलाश तेज कर दी थी. पांच दिनों से पुलिस की कई टीमें देश की राजधानी दिल्ली के साथ ही लखनऊ बरेली समेत अन्य जिलों में इनामी नफीस बिरयानी की तलाश में तेजी से जुट गयी थी.
डीसीपी गंगा नगर अभिषेक भारती ने बताया कि नफीस की तलाश में जुटी पुलिस को सूचना मिली कि वो प्रयागराज आने वाला है. इसके बाद पुलिस घेराबंदी कर चेकिंग कर रही थी. उसी दौरान नवाबगंज थाना क्षेत्र की तरफ से नफीस गाड़ी से जा रहा था लेकिन चेकिंग करने वाली पुलिस टीम के रोकने पर भागने लगा. जब पुलिस ने उसका पीछा किया तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी.
इसके बाद पुलिस वालों ने अपना बचाव करते हुए उसकी तरफ जवाबी फायरिंग की जिसमें पैर में गोली लगने से वो घायल हो गया. इसके बाद पुलिस ने घायल बदमाश को हिरासत में लिया और इलाज के अस्पताल भेज दिया. पकड़े गए नफीस बिरयानी के पास से पुलिस को अवैध पिस्टल और कई कारतूस भी बरामद हुए हैं. वहीं, अब पुलिस नफीस के जरिये उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पूछताछ करेगी.
कौन है नफीस बिरयानी
अतीक अहमद के गैंग के खास कहे जाने वाले नफीस बिरयानी का नाम मोहम्मद नफीस था. वह एक छोटी सी दुकान में बिरयानी बेचता था. उसी दौरान उसका संपर्क अतीक अहमद के छोटे भाई ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ से हो गया था. इसके जरिये वह अतीक अहमद के संपर्क में भी आ गया. अतीक तक पहुंचने के बाद उसकी बिरयानी की चर्चा भी बढ़ने लगी. इसके बाद ही मोहम्मद नफीस नए नाम नफीस बिरयानी के नाम से शहर में मशहूर हो गया. यही नहीं माफिया अतीक का करीबी बनने के बाद सिविल लाइंस इलाके में दुकान के साथ ही बड़े मैदान पर कब्जा कर कारखाना बनवा लिया.
यहां से बिरयानी बनाकर कई जगह सप्लाई होने लगी. तीन साल पहले पीडीए ने माफिया अतीक के खिलाफ कार्यवाई करते हुए नफीस के बिरयानी के कारखाने को जमींदोज कर दिया था. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से नफीस बिरयानी अंडरग्राउंड हो गया था. उस पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. नफीस के अलावा अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पर भी पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है. इसके साथ ही उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर ,अरमान और गुड्डू मुस्लिम उर्फ गुड्डू बमबाज पर पांच पांच लाख के इनाम घोषित है. इनकी भी पुलिस तलाश करने में जुटी हुई है.
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