प्रयागराजः स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा शुक्रवार को बारा क्षेत्र में महिला नसबंदी कैंप का आयोजन किया गया. इस दौरान व्यवस्था खस्ताहाल दिखी. एक ही बेड पर दो महिलाओं को लिटाया गया.
45 महिलाओं की हुई नसबंदी
परिवार नियोजन के तहत गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कौंधियारा के अंतर्गत आने वाले गांवों से 48 महिलाएं नसबंदी कराने के लिए पंजीकृत की गईं. जांच के उपरांत तीन महिलाएं प्रेगनेंट पाई गईं. सिर्फ 45 महिलाओं की नसबंदी का कार्य स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों द्वारा शुक्रवार को किया गया.
एक ही बेड पर दो महिलाएं
सामुदायिक स्वास्थ केंद्र कौंधियारा में महिलाओं की नसबंदी करने के उपरांत एक ही बेड पर बेहोशी की हालत में दो महिलाओं को लिटाया जा रहा था और नसबंदी के महज 30 मिनट बाद ही नसबंदी की गई महिलाओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से डिस्चार्ज भी किया जा रहा था.
अक्षीक्षक से शिकायत
डिस्चार्ज करते समय एक महिला बेहोश होकर अस्पताल में ही गिर पड़ी, जबकि महिलाओं के साथ आए परिजनों के द्वारा सीएचसी कौंधियारा के अधीक्षक से एक ही बेड पर दो मरीजों के लिटाये जाने की शिकायत की गई. वहीं सीएचसी अधीक्षक ने परिजनों को अस्पताल में बेड का अभाव होने की बात कह कर उनकी बातों को दरकिनार कर दिया गया.
इस नसबंदी कैंप का कार्य चिकित्सकों के द्वारा दोपहर 3 बजे के बाद से शुरू किया गया, जो देर शाम तक चलता रहा. वहीं महिला नसबंदी कैंप में कोविड-19 के नियमों को सीएचसी कौधियारा में खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई.