प्रयागराज: सरकारी योजनाओं में बैंक की प्रक्रिया कैसे सरल हो और लाभार्थियों को योजना का लाभ आसानी से कैसे मिले. साथ ही बैंक के विकास दर को कैसे बढ़ाए. इसको लेकर डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंस सर्विसेज गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के दिशा-निर्देश पर हर पब्लिक सेक्टर से जुड़ी बैंको में 2 दिनों की एक कार्यशाला आयोजित की जा रही है.
बैंकिंग कार्यों की समीक्षा उसके सरलीकरण और कार्यप्रणाली में बदलाव कैसे लाया जाय. इसको लेकर शनिवार को प्रयागराज की लीड बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया.
- दो दिवसीय आयोजित कार्यशाला में प्रयागराज के सभी शाखा प्रबंधकों ने हिस्सा लिया.
- कार्यशाला में आए विशेषज्ञों ने ग्राउंड लेवल पर होने वाली समस्याओं पर विचार मंथन किया.
- कार्यशाला के दौरान बैंक के कार्यों की समीक्षा तथा उसमें सुधार के लिए बॉटम टू टॉप की थीम पर चर्चा की गई.
- भारत सरकार की यह पहली ऐसी योजना है, जिसमें बैंक के माध्यम से योजनाओं के विकास पर विचार विमर्श किया गया.
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कार्यशाला में बैंकिंग को आमजन के साथ केंद्रित करते हुए वरिष्ठ नागरिकों, किसानों, छोटे उद्योगपतियों, युवाओं और महिलाओं के लिए चलाए जा रहे विभिन्न प्रकार की योजनाओं में उनकी जरूरत और अपेक्षाओं के प्रति बैंक कैसे संवेदनशील होकर काम कर सकें इसके बारे में गहनता से विचार किया गया. कार्यशाला में जन धन योजना, मुद्रा योजना, शिक्षा ऋण, कृषि क्षेत्र और ब्लू इकोनॉमिक जल शक्ति क्षेत्र में बैंकिंग संबंधी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से चर्चा की गई.
-संजय वर्मा, उप महाप्रबंधकभारत सरकार डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंसियल सर्विसेस के दिशा-निर्देश पर इस कार्यशाला में आने वाले परिणाम और सुझाव के आधार पर रोडमैप तैयार किया जाएगा. जिसे जिले स्तर के बाद राज्य स्तर पर भी चर्चा की जाएगी. केंद्रीय स्तर पर चर्चा की जाएगी और अंत में निकले हुए परिणाम के आधार पर बैंकों की कार्यप्रणाली में सुधार लाया जाएगा.
-दिवाकर सिंह, क्षेत्रीय प्रमुख