प्रयागराज : कांग्रेस के शहर सचिव इरशाद उल्ला को सोनिया गांधी के साथ भाजपा सांसद वरुण गांधी की फ़ोटो लगाने की सजा दी गयी है. इरशाद उल्ला को पार्टी ने 15 दिनों के लिए पद मुक्त कर दिया है. बता दें कि इरशाद उल्ला ने मंगलवार को सोनिया गांधी के साथ बीजेपी के सांसद वरुण गांधी की फ़ोटो एक साथ लगाकर पोस्टर बनाया और उसे सोशल मीडिया में वॉयरल कर दिया था. पोस्टर वॉयरल होते ही कांग्रेस और भाजपा में तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो गयीं थीं. इसके बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से पोस्टर वॉयरल करने वाले नेता को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था.
वहीं विवादित पोस्टर लगाने वाले नेता द्वारा सार्वजनिक रूप से गलती मानते हुए माफी मांगी गयी. इरशाद उल्ला ने लिखित माफीनामा के साथ वीडियो जारी कर अपनी गलती मानी. इसके बाद उन्हें सिर्फ 15 दिन के लिए पार्टी के शहर सचिव के पद से पदमुक्त किया गया. साथ ही भविष्य में इस तरह की गलती न करने की हिदायत भी दी गयी.
बता दें कि स्थानीय कांग्रेसी नेता ने एक ऐसा पोस्टर वॉयरल किया जिससे अब सियासी भूचाल आने का खतरा पैदा हो गया. कांग्रेस के शहर सचिव इरशाद उल्ला की तरफ से सोशल मीडिया पर वायरल की गई इस पोस्टर में सोनिया गांधी के साथ बीजेपी सांसद वरुण गांधी की फ़ोटो लगायी गयी थी. तिरंगे के बैकग्राउंड में बनी इस फोटो पर सबसे ऊपर सुस्वागतम लिखा था.
उसके बाद लिखा था कि दुःख भरे दिन बीते रे भईया अब सुख आयो रे. इस पोस्टर के वॉयरल होने के बाद कांग्रेस के साथ ही भाजपा के नेताओं में भी हड़कंप मच गया. पोस्टर वॉयरल होने के बाद जिला कांग्रेस की तरफ से इरशाद उल्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.
साथ ही चौबीस घंटे में जवाब न देने पर पार्टी से निकाले जाने की चेतवानी भी दी गयी. जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष/प्रशासन प्रदीप नारायण द्विवेदी ने यह नोटिस जारी किया. इसमें साफ लिखा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बीजेपी सांसद वरुण गांधी का फ़ोटो लगाकर कांग्रेस में स्वागत का जिक्र किया.
सोनिया गांधी के साथ बीजेपी सांसद वरुण की फ़ोटो लगाने के बदले इस कांग्रेसी नेता को पार्टी से बाहर निकालने की चेतवानी दी गयी. नोटिस में साफ लिखा कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो पार्टी के पद वापस लेते हुए पार्टी से बाहर निकाल दिया जाएगा.
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क्यों उठी इस तरह की चर्चा
बीते कुछ दिनों से भाजपा के सांसद वरुण गांधी किसान व अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को कई बार पत्र भेज चुके हैं. साथ ही हाल ही में जारी हुई भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची में भी वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी का नाम नहीं है. बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किए जाने के बाद से ऐसा माना जा रहा है कि वरुण और मेनका गांधी भारतीय जनता पार्टी से नाराज हैं.
इसी बीच कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ता ने वरुण गांधी के कांग्रेस में स्वागत का पोस्टर बनाकर उसे वायरल कर दिया. साथ ही लिखा कि दुःख भरे दिन बीते रे भईया अब सुख आयो रे. यानी इस कार्यकर्ता को लगता है कि वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने से कांग्रेस पार्टी के बुरे दिन चले जाएंगे और उनके अच्छे दिन वापस आ जाएंगे.