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डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह नहीं चढ़ाया गया था मौसम्बी का जूस, दस आरोपी गिरफ्तार - मौसंबी का जूस चढ़ाने के मामले में अपडेट

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प्लेटलेट्स की जगह मौसंबी का जूस चढ़ाने का मामला
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Published : Oct 21, 2022, 8:49 PM IST

Updated : Oct 21, 2022, 9:55 PM IST

20:37 October 21

प्रयागराज पुलिस के खुलासे से मामले में आया नया मोड़

मामले के बारे में जानकारी देते पुलिस प्रशासन

प्रयागराज: प्लेटलेट्स की जगह डेंगू के मरीज को मौसंबी का जूस चढ़ाए के मामले में प्रयागराज पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने मामले की शुरूआती जांच के बाद यह स्पष्ट कर दिया है कि प्लेटलेट्स के नाम पर मौसम्बी का जूस नहीं चढ़ाया गया है. इस मामले में पुलिस ने 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने बताया है कि प्लेटलेट्स के जो संदिग्ध पैकेट बरामद हुए हैं, उसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि उसमें प्लेटलेट्स की जगह क्या भरा हुआ था. वहीं, शहर के निजी अस्पताल के नाम वाली शर्ट पहने हुए एक आरोपी ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि उसने अपने रिश्तेदार के लिए प्लेटलेट्स खरीदा था इसी वजह से पकड़ लिया गया.

प्रयागराज में जिस प्लेटलेट्स के पैकेट पर मौसम्बी का जूस होने का आरोप लगाया गया था, उसकी जांच रिपोर्ट आने से पहले ही डीएम एसएसपी और जिले के सीएमओ ने उसमें प्लेटलेट्स होने का दावा किया है. इस मामले में पुलिस ने प्लेटलेट्स बनाकर बेचने वाले गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने बताया है कि प्लेटलेट्स के नाम पर जूस नहीं बेचा जा रहा था. इस गैंग के लोग प्लाज्मा को प्लेटलेट्स के नाम पर बेचने का काम करते थे. यह गिरोह प्लाज्मा का एक पैकेट खरीदकर उसे प्लेटलेट्स बनाकर बेचने का काम करता था. किसी को शक न हो उसके लिए ये सरकारी अस्पतालों की स्लिप लगाया करते थे. पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े दस सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से पुलिस को 18 पैकेट प्लाज्मा और 3 पैकेट प्लेटलेट्स बरामद हुई है. इसके साथ ही 1 लाख 2 हजार रुपये और 13 मोबाइल फोन भी बरामद हुए है. हालांकि पुलिस अभी भी इस मामले की जांच में जुटी हुई है. इस गैंग का तार कहां-कहां और किससे जुड़ा हुआ है, इसका पता लगाया जा रहा है.

पैसे कमाने के लिए मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़
पुलिस के मुताबिक, ये लोग प्लाज्मा खरीदकर उसको प्लेटलेट्स के रूप में जरूरत मंद लोगों को बेचते थे. पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला है कि ये लोग 3 से 5 हजार रुपये तक में प्लेटलेट्स का एक पैकेट बेचा करते थे. पुलिस ने पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 274, 275 और 34 के साथ ही धारा 18 (A/C)/27 मेडिसिन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है.

इस मामले में पकड़े गए गिरफ्तार अभियुक्तों में राघवेंद्र सिंह उर्फ राहुल पटेल सरगना का रहने वाला है. इसके अलावा पुलिस ने सुनील पांडेय, सरफराज, दिलीप शुक्ला, प्रदीप कुमार पटेल, योगेश्वर सिंह, प्रवीण पटेल, विकास कुमार, अभिषेक कुमार और दिलीप कुमार पटेल को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि सरफराज पैथोलॉजी में काम करता है. फिलहाल पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों की डिटेल्स निकालने में जुटी हुई है. इस मामले का खुलासा डीएम संजय कुमार खत्री, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय और सीएमओ डॉ. नानक सरन और एसपी सिटी संतोष कुमार मीणा ने मिलकर किया है.

यह भी पढ़ें: UP: प्रयागराज में डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ाने का आरोप, मौत

20:37 October 21

प्रयागराज पुलिस के खुलासे से मामले में आया नया मोड़

मामले के बारे में जानकारी देते पुलिस प्रशासन

प्रयागराज: प्लेटलेट्स की जगह डेंगू के मरीज को मौसंबी का जूस चढ़ाए के मामले में प्रयागराज पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने मामले की शुरूआती जांच के बाद यह स्पष्ट कर दिया है कि प्लेटलेट्स के नाम पर मौसम्बी का जूस नहीं चढ़ाया गया है. इस मामले में पुलिस ने 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने बताया है कि प्लेटलेट्स के जो संदिग्ध पैकेट बरामद हुए हैं, उसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि उसमें प्लेटलेट्स की जगह क्या भरा हुआ था. वहीं, शहर के निजी अस्पताल के नाम वाली शर्ट पहने हुए एक आरोपी ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि उसने अपने रिश्तेदार के लिए प्लेटलेट्स खरीदा था इसी वजह से पकड़ लिया गया.

प्रयागराज में जिस प्लेटलेट्स के पैकेट पर मौसम्बी का जूस होने का आरोप लगाया गया था, उसकी जांच रिपोर्ट आने से पहले ही डीएम एसएसपी और जिले के सीएमओ ने उसमें प्लेटलेट्स होने का दावा किया है. इस मामले में पुलिस ने प्लेटलेट्स बनाकर बेचने वाले गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने बताया है कि प्लेटलेट्स के नाम पर जूस नहीं बेचा जा रहा था. इस गैंग के लोग प्लाज्मा को प्लेटलेट्स के नाम पर बेचने का काम करते थे. यह गिरोह प्लाज्मा का एक पैकेट खरीदकर उसे प्लेटलेट्स बनाकर बेचने का काम करता था. किसी को शक न हो उसके लिए ये सरकारी अस्पतालों की स्लिप लगाया करते थे. पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े दस सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से पुलिस को 18 पैकेट प्लाज्मा और 3 पैकेट प्लेटलेट्स बरामद हुई है. इसके साथ ही 1 लाख 2 हजार रुपये और 13 मोबाइल फोन भी बरामद हुए है. हालांकि पुलिस अभी भी इस मामले की जांच में जुटी हुई है. इस गैंग का तार कहां-कहां और किससे जुड़ा हुआ है, इसका पता लगाया जा रहा है.

पैसे कमाने के लिए मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़
पुलिस के मुताबिक, ये लोग प्लाज्मा खरीदकर उसको प्लेटलेट्स के रूप में जरूरत मंद लोगों को बेचते थे. पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला है कि ये लोग 3 से 5 हजार रुपये तक में प्लेटलेट्स का एक पैकेट बेचा करते थे. पुलिस ने पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 274, 275 और 34 के साथ ही धारा 18 (A/C)/27 मेडिसिन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है.

इस मामले में पकड़े गए गिरफ्तार अभियुक्तों में राघवेंद्र सिंह उर्फ राहुल पटेल सरगना का रहने वाला है. इसके अलावा पुलिस ने सुनील पांडेय, सरफराज, दिलीप शुक्ला, प्रदीप कुमार पटेल, योगेश्वर सिंह, प्रवीण पटेल, विकास कुमार, अभिषेक कुमार और दिलीप कुमार पटेल को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि सरफराज पैथोलॉजी में काम करता है. फिलहाल पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों की डिटेल्स निकालने में जुटी हुई है. इस मामले का खुलासा डीएम संजय कुमार खत्री, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय और सीएमओ डॉ. नानक सरन और एसपी सिटी संतोष कुमार मीणा ने मिलकर किया है.

यह भी पढ़ें: UP: प्रयागराज में डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ाने का आरोप, मौत

Last Updated : Oct 21, 2022, 9:55 PM IST
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