प्रयागराज: जनपद में कोरोना महामारी के चलते बंद किए गए शिक्षण संस्थानों के चलते अधिकतर छात्रों ने अपने घर की ओर रुख कर लिया. लगभग दो महीने से अधिक कामकाज के पूर्ण रूप से बंद होने के चलते आर्थिक गतिविधियों में भी रुकावट आई. ऐसे में अब छात्रों ने मांग उठाई है कि मकान मालिक उनका तीन महीने का किराया माफ करें. इसको लेकर मकान मालिक और छात्रों के बीच टकराव बढ़ने की संभावना बढ़ गई है.
छात्रों की इस समस्या को देखते हुए ऑल इलाहाबाद स्टूडेंट्स एसोसिएशन से जुड़े छात्रों ने प्रयागराज जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. छात्रों की मांग है कि विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्ययन करने वाले छात्र ज्यादातर ग्रामीण अंचल के हैं. उनके अभिभावकों की आय खेती किसानी या मेहनत मंजूरी पर निर्भर है. ऐसे में उनकी अर्थव्यवस्था कब गति पकड़ेगी इस पर संशय बना हुआ है. ऐसे माहौल में छात्रों पर मकान मालिकों के द्वारा बराबर किराया देने का दबाव बनाया जा रहा है. साथ ही उन्हें किराया देने की धमकियां भी दी जा रही हैं.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय सहित अन्य कई प्रमुख शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र अल्लापुर, अलोपीबाग, दारागंज, बघाड़ा, सलोरी, गोविंदपुर, कटरा, जॉर्ज टाउन और सोहबतियाबाग सहित कई मोहल्लों में किराए पर कमरा लेकर रहते हैं. ऐसे में छात्रों की मांग है कि लॉकडाउन के दौरान जब देश की सभी गतिविधियां बंद रहीं, ऐसे में मकान मालिकों के द्वारा भी कमरे का किराया माफ किया जाए.