प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली को लेकर पिछले एक महीने से छात्रों का अनशन यूनियन हॉल पर चल रहा है. अपनी बात मनवाने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय और संगठक महाविद्यालयों के छात्र संघ पदाधिकारियों ने पूरे देश के छात्र संघ से जुड़े लोगों से मदद मांगी है. इसके लिए आगामी 23 सितंबर को वह छात्र महापंचायत बुलाने जा रहे हैं. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र महापंचायत की अनुमति देने से पूरी तरह से इनकार कर दिया है.
छात्रसंघ बहाली के लिए छात्र महापंचायत का किया जाएगा आयोजन
विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा परिसर और उसके आसपास में छात्र महापंचायत की अनुमति न देने को लेकर छात्र संघ से जुड़े पदाधिकारी अड़ गए हैं. उन्होंने जिला प्रशासन से भी अनुमति मांगी है. उधर विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो राम सेवक दुबे की ओर से भी एक पत्र जिला प्रशासन को लिखा गया है. इस पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रसंघ पदाधिकारियों को छात्र महापंचायत करने के लिए अनुमति नहीं दे रहा है. अगर इस पर जिला प्रशासन कोई अनुमति देता है तो वह अपनी व्यवस्था के तहत इस महापंचायत को संचालित करा सकता है.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली के लिए पूरे देश के छात्रों से समर्थन मांगा है. इसके लिए 23 सितंबर को छात्र महापंचायत आयोजित करने जा रहे हैं. इस संबंध में अभी जिला प्रशासन से अनुमति नहीं मिली है लेकिन छात्र संघ बहाली के लिए वह पीछे नहीं हटेंगे.
-अखिलेश यादव, पूर्व अध्यक्ष, छात्र संघ, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र महापंचायत के लिए पूर्ण प्रतिबंध लगाया है. इस संबंध में एक जिला प्रशासन को पत्र लिखा है कि ऐसे किसी भी कार्यक्रम के जरिए विश्वविद्यालय परिसर में अराजकता आती है और पठन-पाठन की प्रक्रिया में भी व्यवधान पहुंचता है.
-प्रो. राम सेवक दुबे, प्रॉक्टर इलाहाबाद विश्वविद्यालय