प्रयागराजः शहर में बुधवार शाम उत्तर प्रदेश के खादी मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भेड़ पालकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की. मंत्री ने समस्या सुनने के बाद भरोसा दिलाया कि प्रयागराज में भेड़ों के उत्पाद के लिए वाशिंग प्लांट लगया जाएगा. वहीं अब व्यापारियों और बिचौलियों की जगह खादी विकास बोर्ड के माध्यम से सीधे भेड़ से होने वाले उत्पाद को खरीदा जाएगा.
अभी तक भेड़ पालक अपने उत्पादों के विक्रय के लिए बाहर जाते थे या फिर व्यापारी उनसे औने पौने दामों पर खरीदते थे. इस संबंध में खादी मंत्री उत्तर प्रदेश सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बुधवार की शाम ऊन विभाग के अधिकारी और भेड़ पालकों के साथ बैठक की. जिसमें भेड़ पालकों की समस्याएं और उनके उत्पादों को बेचने के लिए रणनीति तैयार की गई. बैठक के दौरान भेड़ पालकों का प्रतिनिधिमंडल उनकी बिक्री के संकट से रूबरू कराया.
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30 जनवरी तक बनेगी कार्ययोजना
मंत्री ने आश्वासन दिया है कि सरकार अब आप लोगों के साथ खड़ी है. इस पर भेड़ पालकों में अपने उत्पादों को लेकर के उत्साह जगा है. भेड़ पालन और ऊन की बिक्री को लेकर के अधिकारियों के साथ गहन अध्ययन के बाद सिद्धार्थ नाथ सिंह ने संबंधित अधिकारियों को 30 जनवरी तक भेड़ पालकों के उत्थान के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए.
ऊन जमा के लिए बनेंगे 43 सेंटर
उन्होंने बताया कि भेड़ पालकों के लिए अब प्रयागराज में वाशिंग प्लांट भी लगाया जाएगा. जिसका पायलट प्रोजेक्ट प्रयागराज के नवनिर्मित विकासखंड भगवतपुर में होगा. वहां पर वाशिंग प्लांट और स्प्रिंग कार्डिंग मशीनें लगाई जाएंगी. प्रयागराज में कुल 43 सेंटर ऊन जमा के लिए बनाए जाएंगे इससे यहां के हजारों परिवार लाभान्वित होंगे.
प्रयागराज में हैं दो लाख भेड़
बता दें कि प्रयागराज में 1400 भेड़ पालक परिवार हैं, जिनके पास दो लाख से अधिक भेंड़े हैं. जिनके उत्पाद को प्रदेश सरकार के राज्य खाद्य विकास बोर्ड के द्वारा अब सीधा खरीदा जाएगा, जिससे भेड़ पालक बिचौलियों और व्यापारियों के शोषण से बच सकेंगे.