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इस जेल में रोजा और नवरात्रि का व्रत रखने वाले बंदियों को मिलती है खास सुविधा - Facilities for prisoners in Naini Jail

प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में रमजान महीने का रोजा और 9 दिन का नवरात्र व्रत रखने वाले बंदियों के लिए जेल प्रशासन की तरफ से भी खाने-पीने की अच्छी सुविधा दी जा रही है. जिसकी वजह से दोनों समुदाय के बंदियों को पूजा और इबादत करने में सहूयलियत मिल रही है.

प्रयागराज में नैनी सेंट्रल जेल.
प्रयागराज में नैनी सेंट्रल जेल.
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Published : Apr 8, 2022, 7:54 PM IST

Updated : Apr 9, 2022, 1:35 PM IST

प्रयागराजः कहते हैं पूजा और इबादत कहीं भी की जा सकती है, बस मन में सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए. अपने ईष्टदेव की आराधना के लिए सभी जगह श्रेष्ठ है. इसका जीता-जागता का उदाहरण प्रयागराज की नैनी जेल में देखने को मिल रहा है. यहां हिंदू धर्म के बंदी नवरात्र के व्रत रख रहे हैं, वहीं मुस्लिम समुदाय के बंदी रमजान माह में रोजा रख रहे हैं. इनके व्रत और रोजा के लिए जेल प्रशासन आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराकर चार चांद लगा रहा है. जिसकी वजह से दोनों समुदाय के बंदी अपनी आस्था और परंपरा निर्वहन कर पा रहे हैं. यही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल नवरात्रि का व्रत रखने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है.

जेल में क्षमता से अधिक बंदीः प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में भले ही क्षमता से दोगुने के करीब बंदी बंद हैं. इसके बावजूद जेल प्रशासन की तरफ से बंदियों का व्रत पूरा करवाने के लिए उन्हें फलाहार उपलब्ध करवाया जाता है. प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में 516 बंदी नौ दिन का नवरात्र व्रत रखे हुए हैं. वहीं, 450 बंदी रोजा रखे हुए हैं. जबकि नवरात्रि के पहले दिन व्रत रखने वाले बंदियों की संख्या 1532 थी.

व्रत वाले बंदियों को ये मिलती हैं सुविधाएंः नवरात्रि का व्रत रखने वाले प्रत्येक बंदी को खाने के लिए फलाहार के तौर पर फल और दूध दिया जाता है .जिसमें एक एक बंदी को आधा किलो आलू, 250 ग्राम दूध और केला व दूसरे फल दिए जाते हैं. इसके अलावा इन बंदियों को जरूरत पड़ने पर चाय भी मिल जाती है. इसी तरह से रोजा रखने वाले बंदियों को शाम का भोजन दिया जाता है. इसके अलावा सुबह सेहरी के लिए दूध, केला, ब्रेड बिस्किट के अलावा नीबूं भी दिया जाता है.

प्रयागराज में नैनी सेंट्रल जेल.

बंदियों के लिए धार्मिक पुस्तकें भी उपलब्धः यही नहीं व्रत रखने वाले बंदियों को काम करने से भी राहत दी जा रही है. व्रत रखने वाले बंदी अपनी मर्जी से काम करना चाहे तभी काम कर सकते हैं. इनके ऊपर व्रत के दौरान काम करने का कोई दबाव नहीं होता है. इसके अलावा इस दौरान बंदियों को धार्मिक पुस्तकें भी मांगने पर मिलती है. जिससे वो अपने व्रत के साथ ही पूजा पाठ को पूरा कर सकें.

इसे भी पढ़ें-UP-TET 2021 का रिजल्ट जारी, 6 लाख 60 हजार 592 अभ्यर्थी पास हुए

नमाज और भक्ति गीत एक साथः नैनी सेंट्रल जेल में बंद बंदियों में व्रत रखने वालों की संख्या पिछले साल के मुकाबले इस साल बढ़ गयी है. 2021 में 9 दिन का नवरात्रि व्रत रखने वाले बंदियों की संख्या 1440 ही थी. जो इस बार बढ़कर 1532 हो गयी है. इस साल रोजा और नवरात्रि एक साथ होने की वजह से नैनी सेंट्रल जेल में एक तरफ जहां देवी के भक्ति गीत होते हैं. वहीं दूसरी तरफ से पांचों की वक्त नमाज भी अदा की जा रह है. जिससे जेल के अंदर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल देखने को मिलती है.

प्रयागराजः कहते हैं पूजा और इबादत कहीं भी की जा सकती है, बस मन में सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए. अपने ईष्टदेव की आराधना के लिए सभी जगह श्रेष्ठ है. इसका जीता-जागता का उदाहरण प्रयागराज की नैनी जेल में देखने को मिल रहा है. यहां हिंदू धर्म के बंदी नवरात्र के व्रत रख रहे हैं, वहीं मुस्लिम समुदाय के बंदी रमजान माह में रोजा रख रहे हैं. इनके व्रत और रोजा के लिए जेल प्रशासन आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराकर चार चांद लगा रहा है. जिसकी वजह से दोनों समुदाय के बंदी अपनी आस्था और परंपरा निर्वहन कर पा रहे हैं. यही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल नवरात्रि का व्रत रखने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है.

जेल में क्षमता से अधिक बंदीः प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में भले ही क्षमता से दोगुने के करीब बंदी बंद हैं. इसके बावजूद जेल प्रशासन की तरफ से बंदियों का व्रत पूरा करवाने के लिए उन्हें फलाहार उपलब्ध करवाया जाता है. प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में 516 बंदी नौ दिन का नवरात्र व्रत रखे हुए हैं. वहीं, 450 बंदी रोजा रखे हुए हैं. जबकि नवरात्रि के पहले दिन व्रत रखने वाले बंदियों की संख्या 1532 थी.

व्रत वाले बंदियों को ये मिलती हैं सुविधाएंः नवरात्रि का व्रत रखने वाले प्रत्येक बंदी को खाने के लिए फलाहार के तौर पर फल और दूध दिया जाता है .जिसमें एक एक बंदी को आधा किलो आलू, 250 ग्राम दूध और केला व दूसरे फल दिए जाते हैं. इसके अलावा इन बंदियों को जरूरत पड़ने पर चाय भी मिल जाती है. इसी तरह से रोजा रखने वाले बंदियों को शाम का भोजन दिया जाता है. इसके अलावा सुबह सेहरी के लिए दूध, केला, ब्रेड बिस्किट के अलावा नीबूं भी दिया जाता है.

प्रयागराज में नैनी सेंट्रल जेल.

बंदियों के लिए धार्मिक पुस्तकें भी उपलब्धः यही नहीं व्रत रखने वाले बंदियों को काम करने से भी राहत दी जा रही है. व्रत रखने वाले बंदी अपनी मर्जी से काम करना चाहे तभी काम कर सकते हैं. इनके ऊपर व्रत के दौरान काम करने का कोई दबाव नहीं होता है. इसके अलावा इस दौरान बंदियों को धार्मिक पुस्तकें भी मांगने पर मिलती है. जिससे वो अपने व्रत के साथ ही पूजा पाठ को पूरा कर सकें.

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नमाज और भक्ति गीत एक साथः नैनी सेंट्रल जेल में बंद बंदियों में व्रत रखने वालों की संख्या पिछले साल के मुकाबले इस साल बढ़ गयी है. 2021 में 9 दिन का नवरात्रि व्रत रखने वाले बंदियों की संख्या 1440 ही थी. जो इस बार बढ़कर 1532 हो गयी है. इस साल रोजा और नवरात्रि एक साथ होने की वजह से नैनी सेंट्रल जेल में एक तरफ जहां देवी के भक्ति गीत होते हैं. वहीं दूसरी तरफ से पांचों की वक्त नमाज भी अदा की जा रह है. जिससे जेल के अंदर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल देखने को मिलती है.

Last Updated : Apr 9, 2022, 1:35 PM IST
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