प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी ने शहर में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ किया. इस अवसर पर प्रयागराज की दोनों सांसद और स्वास्थ्य विभाग अधिकारी उपस्थित रहे. गैर संचारी रोग नियंत्रण अभियान की हरी झंडी दिखाकर स्वास्थ्यकर्मियों को रवाना किया गया.
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत हुई है. यह अभियान उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में मनाया जा रहा है. यह अभियान पूरे एक महीने तक संचारी रोग को नियंत्रित करने के लिए चलाया जाएगा. इसके पहले दो चरण हो चुके है. सोमवार को तीसरे चरण का आगाज किया गया है. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि इसके अंतर्गत ग्यारह विभाग आते हैं. बारहवां विभाग स्वास्थ्य विभाग और नोडल अधिकारी के देख-रेख में आता है. गैर संचारी रोगों से ग्रषित लोगों में लगातार कमी आई है.
बड़ी बीमारियों से मिली राहत-
मंत्री सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने वाले लोगों के लिए विभाग की ओर से बड़े कदम उठाए गए हैं. इसके तहत मलेरिया, डेंगू जैसे बीमारियों से लोगों को राहत मिली है. इस तरह की बीमारियों की घटनाएं कम हुई है. दिमागी बुखार जैसे बीमारियों में मौतों की संख्या घटी है. आगे उन्होंने कहा कि जिस विभाग को उत्तर प्रदेश में घोटाले के नाम पर जाना जाता था, आज उसी विभाग में ढाई सालों न तो मलेरिया आने का नाम ले रहा है और न तो डेंगू आने का नाम ले रहा है. इसके साथ ही दिमागी बुखार के मरीजों में लगातार कमी देखने को मिली है. मंत्री सिद्धार्थनाथ ने कहा कि शहर से गंदगी मिटाना है. गन्दगी नहीं रहेगी तो मच्छर नही होंगे. इसके साथ ही शहर के सभी लोगों की जिम्मेदारी है कि वह अपने आस-पास के साथ घर के अगल-बगल सफाई रखें.
लोगों को किया जाएगा जागरूक-
इस अभियान का उद्देश्य है कि संचारी रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जेई/एईएस रोग के प्रति जनता को जागरूक करना है. जनपद स्तर एवं ब्लॉक स्तर पर संक्रामक रोगों से बचाव के बारे में जानकारी दी जाएगी. समस्त ब्लॉकों में हाउस टू हाउस इस में एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी के सहयोग से संक्रामक रोगों से बचाव करने के लिए सघन फीवर सर्वे किया जाएगा.
इसके साथ ही जनपद स्तर और ब्लॉक स्तर पर संक्रामक रोगों से बचाव के बारे में जानकारी दी जाएगी. गांवों में सुबह के समय में प्रभात फेरी का आयोजन, साफ-सफाई, हाथ धोना, शौचालय की सफाई तथा घर से पानी की निकासी, जन-जागरण के लिए प्रचार प्रसार, संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के रोकथाम के लिए ‘क्या करें क्या न करें, का सघन प्रचार-प्रसार किया जाएगा.