प्रयागराज: शहर के दारागंज में रामानुजनगर प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष स्वामी रामेश्वराचार्य की अध्यक्षता में आचार्य बाड़ा, श्रीरामानुजनगर आचार्य बाड़ा और साधु संतों की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई. बैठक के प्रारंभ में प्रबन्ध समिति के कोषाध्यक्ष जगद्गुरु स्वामी घनश्यामाचार्य जी महाराज ने उपस्थित संत समुदाय को सम्बोधित करते हुए बैठक में तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए.
प्रबन्ध समिति के तीन प्रस्ताव
पहला प्रस्ताव यह है कि प्रशासन द्वारा पुरानी परंपरा के अनुसार रामानुजनगर प्रबन्ध समिति को आचार्य बाड़ा नगर के लिए भूमि प्रदान की जाए. उन्होंने मांग की कि समिति ही भूमि वितरण का कार्य करेगी. दूसरा प्रस्ताव है कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए मेला प्रशासन 90 बीघे के स्थान पर 140 बीघे भूमि दे. साथ ही मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलती हैं, उन्हें अवश्य प्रदान किया जाए. तीसरा प्रस्ताव है कि मेला क्षेत्र में बनने वाले श्रीरामानुजनगर मार्ग को नगर के मध्य बनाया जाए.
जगद्गुरु रामानुजाचार्य, स्वामी श्रीधराचार्य जी, श्री महंत पुरुषोत्तमाचार्य जी और महंत सुदर्शनाचार्य आदि ने अपने सम्बोधन में जोर देते हुए कहा कि मेला प्रशासन से तीनों प्रस्तावों पर अनुपालन की अपील है. बैठक में यह भी सर्वसम्मति से तय हुआ कि आचार्य बाड़ा में पूर्व वर्षों में बसने वाले सभी सन्त महात्माओं और नये संतों को भी वरिष्ठता के क्रम में स्थान प्रदान किया जाए.
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में स्वामी रामेश्वराचार्य जी ने उपरोक्त तीनों प्रस्तावों का अनुमोदन करते हुए बताया कि रामानुजनगर प्रबन्ध समिति निर्विवाद रूप से कार्य करते हुए सभी को सम्मानपूर्वक आचार्य बाड़ा में शरण देगी और परंपराओं का पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा. अयोध्या, वृन्दावन, चित्रकूट, काशी, जौनपुर और मध्य प्रदेश से पधारे संन्तों के प्रति विशेष आभार ज्ञापित किया गया. बैठक का संचालन समिति के कार्यवाहक महामंत्री स्वामी अखिलेश्वराचार्य ने किया.