प्रयागराज : कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने 'गाय बचाओ, किसान बचाओ' यात्रा शुरू होते ही सरकार द्वारा जबरन रोके जाने का विरोध किया है. प्रमोद तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में गोशालाओं की हालत बद से बदतर है. गाय भूख प्यास से दम तोड़ रही हैं. 15-15 दिन तक गायों को खाना नहीं मिलता. सरकारों द्वारा इन गोशालाओं का जो फंड एलॉट हुआ है, उसे सत्ता में बैठे दलाल खा जा रहे हैं.
'किसानों का जागरूक करना था यात्रा का उद्देश्य'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने सरकारों को निशाना बनाते हुए कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य किसानों को जागरूक करना था कि गाय को बचाएं, तभी किसान बचेगा, लेकिन सरकार ने इस यात्रा को रोक कर ऐसा नहीं होने दिया. प्रियंका गांधी के आह्वान पर यह तय किया गया था कि एक यात्रा ललितपुर से चित्रकूट तक निकाली जाएगी, लेकिन हमारे अखिल भारतीय कांग्रेस के प्रभारी मंत्रियों और भारत सरकार के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि यह यात्रा पूरी तरह लोकतांत्रिक थी, अहिंसात्मक थी.
'सरकार को डर है, कहीं भ्रष्टाचार न सामने आ जाए'
प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य था कि किसी तरह गायों को बचाया जाए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी सरकार को ऐसा लगता है कि इस यात्रा के निकालने से उनका भ्रष्टाचार सामने आ जाएगा. इसीलिए इस यात्रा को तानाशाही ढंग से रोक लिया गया. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि तत्काल नजरबंद और गिरफ्तार किए हुए नेताओं को रिहा किया जाए और इन गोशालाओं में पूरी तरह सुरक्षा व्यवस्था हो. किसानों की भी सुरक्षा व्यवस्था हो.