प्रयागराज: संगम नगरी में गुरुवार को सबसे बड़ा स्नान पर्व मौनी अमावस्या है. मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती है. वहीं मौनी अमावस्या पर सुरक्षा व्यवस्था का रोड मैप तैयार कर लिया गया है. मेला के सभी प्रवेश द्वारों पर चौकस नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं. संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने को कहा गया है. यह भी निर्देश दिया गया है कि वाहनों को बिना जांच पड़ताल के आगे न बढ़ाया जाए.
माघ मेले में गुरुवार 11 फरवरी को पौष पूर्णिमा का स्नान पर्व है. पौष पूर्णिमा के स्नान के लिए उमड़ने वाली लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ की सुरक्षा को लेकर पुलिस अफसरों ने बैठक की. बैठक में आईजी, डीआईजी, एसपी, एएसपी समेत मेला क्षेत्र में तैनात इंस्पेक्टर और दारोगा भी शामिल हुए. अधिकारियों ने पुलिस वालों मेले की सुरक्षा के लिए दोहरी ड्यूटी करने की जिम्मेदारी सौंपी है. मेले में कोरोना नियमों का भी पालन करवाया जाएगा.
स्नानार्थियों को सुरक्षित घर भेजने की जिम्मेदारी
आईजी रेंज केपी सिंह ने कहा कि पुलिस का मकसद है मौनी अमावस्या के दिन पुलिस न सिर्फ लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखे, बल्कि मेले में आने वाली भीड़ को मास्क लगाने के साथ ही सामाजिक दूरी का पालन कराया जाए. जिससे श्रद्धालू संगम स्नान के बाद सुरक्षित अपने घर वापस जाएं. वहीं एसएसपी व डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने मेले में तैनात सभी पुलिस वालों से श्रद्धालुओं से विनम्र व्यवहार करने की अपील की.