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एसडीएम ज्योति मौर्या केस में नया मोड़, पति आलोक मौर्या ने वापस ली भ्रष्टाचार की सभी शिकायतें

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 28, 2023, 5:59 PM IST

प्रयागराज में एसडीएम ज्योति मौर्या मामले (SDM Jyoti Maurya Case) में सोमवार को नया मोड़ आ गया. पति आलोक मौर्या ने अपर आयुक्त प्रशासन के कार्यालय में पहुंचकर पत्नी के खिलाफ की गईं सभी शिकायतों को वापस ले लिया.

आलोक मौर्या ने पत्नी के खिलाफ सभी शिकायतें वापस ले ली.
आलोक मौर्या ने पत्नी के खिलाफ सभी शिकायतें वापस ले ली.
आलोक मौर्या ने पत्नी के खिलाफ सभी शिकायतें वापस ले ली.

प्रयागराज : एसडीएम ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या के बीच चल रहे पारिवारिक विवाद में सोमवार को नया मोड़ आ गया. नाटकीय अंदाज में अपर आयुक्त प्रशासन के कार्यालय में पहुंचकर आलोक मौर्या ने पत्नी के खिलाफ की गईं सभी शिकायतें वापस ले ली. आलोक मौर्या ने अपर आयुक्त प्रशासन को पत्र भी लिखा. इसमें कहा कि ज्योति मौर्या के खिलाफ सभी शिकायतें वह वापस ले रहे हैं.

आज पेश करने थे साक्ष्य : प्रयागराज समेत अन्य जिलों में तैनात रहीं एसडीएम ज्योति मौर्या पिछले दिनों अपने पति के साथ हुए विवाद के बाद देश भर में चर्चा का विषय बन गईं थीं. ज्योति मौर्या ने अपने पति के खिलाफ धूमनगंज थाने में कई संगीन आरोपों में मुकदमा दर्ज करवाया था. वहीं आलोक मौर्या ने भी पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार समेत कई आरोप लगाते हुए शिकायत कर जांच की मांग की थी. कार्मिक एवं नियुक्ति विभाग के आदेश पर कमिश्नर द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच शुरू की थी. ज्योति मौर्या के पति ने 9 अगस्त को जांच समिति के समक्ष पहुंचकर अपने साक्ष्य प्रस्तुत किए थे. इसके बाद जांच समिति ने आलोक को पुख्ता साक्ष्य देने के लिए 28 अगस्त की तारीख दी थी.

शिकायत वापस लेने का कारण स्पष्ट नहीं : सोमवार को अपर आयुक्त के कार्यालय में पहुंचकर आलोक मौर्या ने साक्ष्य देने की जगह अपनी शिकायत वापस लेने का लेटर दे दिया. आलोक ने मीडिया के सामने भी यह बयान दिया कि वो अपनी शिकायत वापस ले रहे हैं. अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिन्द ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजा जाएगा. वहींं आलोक ने शिकायत क्यों वापस ली, इस बारे में उन्होंने कुछ स्पष्ट नहीं किया.

आलोक मौर्या ने की थी भ्रष्टाचार की शिकायत : बरेली में तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य पर भ्रष्टाचार मामले की जांच करवाने की मांग पति आलोक मौर्या ने की थी. मामले की जांच शुरू हुई तो जांच कमेटी ने ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य को साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए 9 अगस्त को बुलाया था. उस दिन मंडलायुक्त कार्यालय में पहुंचकर आलोक मौर्या ने जांच कमेटी के सामने अपनी तरफ से साक्ष्य प्रस्तुत किए थे. आलोक मौर्या ने 9 अगस्त को पहुंचकर जांच समिति के सामने अपनी बात रखी थी. जांच कमेटी ने आलोक मौर्या से ज्योति मौर्याके पैसों के लेनदेन और प्रॉपर्टी से जुड़े अन्य साक्ष्य मांगे थे. इसे उपलब्ध कराने के लिए आलोक मौर्या को जांच कमेटी ने 28 अगस्त का समय दिया था.

ये लगाए थे आरोप : आलोक मौर्याने पत्नी ज्योति मौर्या पर अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों की संपत्ति बनाने का आरोप लगाया था. एक लाल डायरी के जरिए ज्योति मौर्या के लेनदेन का ब्योरा भी जांच समिति को दिया था. दावा था कि डायरी में हर महीने ज्योति मौर्या के लाखों के लेनदेन का जिक्र है. आलोक मौर्य ने पत्नी ज्योति मौर्या के खिलाफ जांच की मांग की थी. शासन की तरफ से मामले की जांच प्रयागराज के कमिश्नर विजय विश्वास पंत को सौंपी गई थी. कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की कमेटी गठित कर दी थी. अध्यक्ष अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिंद हैं, जबकि दो सदस्यों में एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय और एसीएम जयजीत कौर को सदस्य बनाया गया था. जांच समिति ने 28 को सभी आरोपों से जुड़े साक्ष्य मांगे थे. इस बीच शिकायत वापस ले ली गई. इससे एसडीएम ज्योति मौर्या को फिलहाल राहत मिलती नजर आ रही है.

यह भी पढ़ें : ज्योति मौर्या के शिक्षिका से समीक्षा अधिकारी बनने पर आलोक मौर्या ने पूरे स्कूल में बांटी थी मिठाई

बीटीसी करने के बावजूद एसडीएम ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या को इस वजह से करनी पड़ी सफाई कर्मी की नौकरी

आलोक मौर्या ने पत्नी के खिलाफ सभी शिकायतें वापस ले ली.

प्रयागराज : एसडीएम ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या के बीच चल रहे पारिवारिक विवाद में सोमवार को नया मोड़ आ गया. नाटकीय अंदाज में अपर आयुक्त प्रशासन के कार्यालय में पहुंचकर आलोक मौर्या ने पत्नी के खिलाफ की गईं सभी शिकायतें वापस ले ली. आलोक मौर्या ने अपर आयुक्त प्रशासन को पत्र भी लिखा. इसमें कहा कि ज्योति मौर्या के खिलाफ सभी शिकायतें वह वापस ले रहे हैं.

आज पेश करने थे साक्ष्य : प्रयागराज समेत अन्य जिलों में तैनात रहीं एसडीएम ज्योति मौर्या पिछले दिनों अपने पति के साथ हुए विवाद के बाद देश भर में चर्चा का विषय बन गईं थीं. ज्योति मौर्या ने अपने पति के खिलाफ धूमनगंज थाने में कई संगीन आरोपों में मुकदमा दर्ज करवाया था. वहीं आलोक मौर्या ने भी पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार समेत कई आरोप लगाते हुए शिकायत कर जांच की मांग की थी. कार्मिक एवं नियुक्ति विभाग के आदेश पर कमिश्नर द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच शुरू की थी. ज्योति मौर्या के पति ने 9 अगस्त को जांच समिति के समक्ष पहुंचकर अपने साक्ष्य प्रस्तुत किए थे. इसके बाद जांच समिति ने आलोक को पुख्ता साक्ष्य देने के लिए 28 अगस्त की तारीख दी थी.

शिकायत वापस लेने का कारण स्पष्ट नहीं : सोमवार को अपर आयुक्त के कार्यालय में पहुंचकर आलोक मौर्या ने साक्ष्य देने की जगह अपनी शिकायत वापस लेने का लेटर दे दिया. आलोक ने मीडिया के सामने भी यह बयान दिया कि वो अपनी शिकायत वापस ले रहे हैं. अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिन्द ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजा जाएगा. वहींं आलोक ने शिकायत क्यों वापस ली, इस बारे में उन्होंने कुछ स्पष्ट नहीं किया.

आलोक मौर्या ने की थी भ्रष्टाचार की शिकायत : बरेली में तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य पर भ्रष्टाचार मामले की जांच करवाने की मांग पति आलोक मौर्या ने की थी. मामले की जांच शुरू हुई तो जांच कमेटी ने ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य को साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए 9 अगस्त को बुलाया था. उस दिन मंडलायुक्त कार्यालय में पहुंचकर आलोक मौर्या ने जांच कमेटी के सामने अपनी तरफ से साक्ष्य प्रस्तुत किए थे. आलोक मौर्या ने 9 अगस्त को पहुंचकर जांच समिति के सामने अपनी बात रखी थी. जांच कमेटी ने आलोक मौर्या से ज्योति मौर्याके पैसों के लेनदेन और प्रॉपर्टी से जुड़े अन्य साक्ष्य मांगे थे. इसे उपलब्ध कराने के लिए आलोक मौर्या को जांच कमेटी ने 28 अगस्त का समय दिया था.

ये लगाए थे आरोप : आलोक मौर्याने पत्नी ज्योति मौर्या पर अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों की संपत्ति बनाने का आरोप लगाया था. एक लाल डायरी के जरिए ज्योति मौर्या के लेनदेन का ब्योरा भी जांच समिति को दिया था. दावा था कि डायरी में हर महीने ज्योति मौर्या के लाखों के लेनदेन का जिक्र है. आलोक मौर्य ने पत्नी ज्योति मौर्या के खिलाफ जांच की मांग की थी. शासन की तरफ से मामले की जांच प्रयागराज के कमिश्नर विजय विश्वास पंत को सौंपी गई थी. कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने मामले की जांच के लिए तीन अधिकारियों की कमेटी गठित कर दी थी. अध्यक्ष अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिंद हैं, जबकि दो सदस्यों में एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय और एसीएम जयजीत कौर को सदस्य बनाया गया था. जांच समिति ने 28 को सभी आरोपों से जुड़े साक्ष्य मांगे थे. इस बीच शिकायत वापस ले ली गई. इससे एसडीएम ज्योति मौर्या को फिलहाल राहत मिलती नजर आ रही है.

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