प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर संगीता श्रीवास्तव द्वारा नींद में अजान से खलल वाली शिकायत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बुधवार को प्रयागराज के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने वीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने वीसी के पोस्टर पर कालिख पोती और शिकायत वापस लेने की बात कही.
वीसी की शिकायत का प्रदर्शनकारियों ने किया विरोध
विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर संगीता श्रीवास्तव द्वारा नींद में अजान की खलल वाली शिकायत जनपद में आग की तरह फैल गयी. वहीं, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने बुधवार को मानसरोवर के पास वीसी का पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए कालिख लगाकर पोस्टरों में आग लगाकर विरोध किया.
संगीता श्रीवास्तव पर लगाए ये गंभीर आरोप
प्रदर्शन कर रहे इरसाद उल्लाह का कहना है कि प्रयागराज की पहचान गंगा-जमुनी तहजीब से है और ऐसे में इस तरह का बयान देना और शिकायत करना धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना है. उन्होंने कहा, यह शिकायत सोची समझी साजिश के तहत की गई है. जिससे वीसी संगीता श्रीवास्तव हाईलाइट हो जाए और इनको ऊंचा पद मिल जाए. हम उनसे निवेदन करते हैं कि वे अपनी शिकायत वापस लें, जिससे कि गंगा जमुनी तहजीब की पहचान बनी रहे.
क्या था मामला
गौरतलब है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सुबह के वक्त मस्जिद से अजान की आवाज आती है. जिससे उनकी नींद में खलल पड़ती है. ऐसे में लाउडस्पीकर को हटाने की उस पत्र में मांग की गई थी. इसके बाद जिलाधिकारी ने कहा था कि नियम संगत कार्रवाई की जाएगी.
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सीएम से लगाई गुहार
फिलहाल, जब से वाइस चांसलर का पत्र वायरल हुआ है और लोगों के संज्ञान में आया है तब से उनके प्रति विरोध के स्वर उठने लगे हैं. मामला इतना बढ़ गया कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बुधवार को बहादुरगंज मोती पार्क के पास वीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने संगीता श्रीवास्तव के पोस्टर को कालिख से पोतकर और आग लगाकर विरोध दर्ज कराया. प्रदर्शन के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के नूरल कुरैशी ने कहा हिंदुस्तान में सभी धर्मों को मौलिक अधिकार है. उन्होंने विश्वविद्यालय वाइस चांसलर के पत्र का विरोध किया और राज्य के मुख्यमंत्री से अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि ऐसे धर्म विरोधी लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें.