प्रयागराज : नगर निगम ने भवन स्वामियों को हाउस टैक्स में बड़ी राहत दी है. वित्तीय वर्ष 2021-2022 में बढ़ने वाला हाउस टैक्स अब नहीं बढ़ेगा. यह निर्णय प्रयागराज नगर निगम की कार्यकारिणी और महापौर अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने कोरोना महामारी के चलते व्यापार में आई गिरावट व आर्थिक गतिविधियों में आई सुस्ती के चलते लिया है. यह जानकारी प्रयागराज नगर निगम की महापौर अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने दी.
कोरोना महामारी का असर
महापौर ने बताया कि मौजूदा हालात में कोरोना महामारी का प्रकोप प्रयागराज शहर में एक बार फिर दिनों दिन बढ़ रहा है. नगर निगम प्रयागराज के द्वारा विग्रह करके मासिक किराया दरों में इस वित्तीय वर्ष में 75% वृद्धि करने का प्रावधान किया गया था, लेकिन कार्यकारिणी की बैठक में सदस्यों के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि किसी भी दशा में 35% से अधिक मासिक किराया दरों में वृद्धि ना की जाए. उन्होंने बताया कि वर्तमान में शासन की तरफ से जीआईएस सर्वे का कार्य भी अभी पूर्ण नहीं हुआ है. इसके अलावा नगर निगम द्वारा व्यावसायिक भवनों पर करारोपण का कार्य पूर्ण रूप से निस्तारित नहीं किया जा सका है. उन्होंने यह भी बताया कि जिस तरह के हालात हैं उससे कंटेनमेंट जोन और लॉकडाउन जैसी स्थिति को भी नकारा नहीं जा सकता. ऐसे में वर्ष 2020-21 में भी कोरोना महामारी के कारण गृहकर की मासिक किराया दरों की वृद्धि को नगर निगम की जनता की आर्थिक स्थिति को देखते हुए स्थगित किया गया था. वर्तमान में भी कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए जनहित में मासिक किराया दरों की वृद्धि भी स्थगित की जाती है.
बगैर टैक्स बढ़ाए 100 करोड़ का टारगेट
महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने बताया कि मासिक किराया वृद्धि के स्थगन के साथ-साथ नगर निगम सीमा में हुए विस्तार के चलते जहां पर भी नगरीय सुविधाओं में वृद्धि मिल रही हैं, उन भवनों को करारोपण में शामिल किया जाएगा. साथ ही इस वित्तीय वर्ष में बगैर टैक्स बढ़ाए 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा जो लोग अभी तक टैक्स के दायरे में नहीं हैं, उनको शामिल किया जाएगा. प्रयागराज नगर निगम के 80 वार्डों में दो लाख 18 हजार 495 मकान हैं, जिसमें 70 करोड़ रुपये कर वसूली का लक्ष्य रखा गया था, इसमें 71 करोड़ 85 लाख की वसूली की गई.
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