प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित शैक्षणिक सेवा अधिकरण को लखनऊ में बनाए जाने को लेकर प्रयागराज में प्रदर्शन हुआ. बार एसोसिएशन ऑफ इलाहाबाद हाई कोर्ट के आह्वान पर प्रयागराज में बंद घोषित किया गया. इसका समर्थन व्यापार मंडल समेत 11 संगठनों ने किया, जिसके चलते पूरा शहर पूर्णतया बंद रहा.
पसरा रहा सन्नाटा
प्रमुख व्यापारिक स्थान दौरा चौक सिविल लाइन पर अधिवक्ताओं के आह्वान पर व्यापार मंडल के साथ ही साथ व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद होने से चारों तरफ सन्नाटा पसरा रहा. वहीं इलाहाबाद उच्च न्यायालय में चल रहे क्रमिक अनशन पर अधिवक्ताओं ने इकट्ठा होकर 10 सूत्री मांगों को रखा और कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होतीं हैं तब तक यह अनशन चलता रहेगा.
सुभाष चौराहे पर प्रयागराज व्यापार मंडल और अधिवक्ताओं की संयुक्त सभा आयोजित की गई, जहां पर प्रस्तावित सचिव सेवा अधिकरण, जीएसटी, अपील अधिकरण को प्रयागराज में स्थापित किए जाने लेकर आए हुए थे. अधिवक्ताओं की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए शहर के कोने-कोने में पुलिस बल तैनात किया गया था, जिससे किसी भी तरह की अराजकता न होने पाए.
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बंद रहीं शैक्षणिक संस्थाएं
प्रयागराज बंद के चलते जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी किया गया था. इसकी वजह से सभी शैक्षणिक संस्थान भी बंद किए गए थे. अधिवक्ताओं द्वारा की जा रही हड़ताल और बंद के समर्थन में उतरे व्यापारियों का कहना है कि शैक्षिक सेवा अधिकरण यहां पर स्थापित होता है तो आने वाले समय में व्यापारियों को समस्याओं से जूझना नहीं पड़ेगा.