प्रयागराज: जनपद में इन दिनों हत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में लगातार हो रही हत्या की वारदातों से लोग सहमे हुए हैं. पुलिस अधिकारी हर घटना के बाद जनता का भरोसा जीतने के लिए कार्रवाई करते हैं फिर भी कानून व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है. अप्रैल के पिछले 11 दिनों में ही 16 हत्या की वारदातें हो चुकी हैं.
थरवई थाना क्षेत्र में पूरे परिवार की हत्या की घटना के मामले में चार दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है, जिससे जिले की कानून व्यवस्था को लेकर जनता के साथ साथ विपक्षी दल भी सवाल उठाने लगे हैं. लोग अब प्रयागराज को अपराधियों का गढ़ बताने लगे हैं.
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पिछले 11 दिन में हुईं 16 हत्याएं: 16 अप्रैल से शुरू हुआ हत्याओं का सिलसिला लगातार जारी है. 16 अप्रैल को नवाबगंज थाना क्षेत्र में पत्नी और तीन बेटियों की हत्या के बाद कातिल ने खुद फांसी लगाकर जान दे दी थी. इस सामूहिक हत्याकांड के बाद उसी दिन सोरांव थाना क्षेत्र में अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की हत्या कर दी गयी थी. उसके बाद 23 अप्रैल को थरवई थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच लोगों की बेहरमी से हत्या कर दी गयी. उसी दिन शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में हत्या की एक घटना को अंजाम दिया गया. इसी दौरान कोरांव इलाके में महिला की हत्या कर दी गई. ताजा मामला बुधवार का है जहां पर प्रॉपर्टी विवाद में दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. हालांकि इस दोहरे हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया.
खराब कानून व्यवस्था से सहमे लोग: संगम नगरी प्रयागराज में लगातार हो रही हत्याओं की घटना ने लोगों को झकझोर के रख दिया है. योगी राज में हो रही लगातार हत्या की वारदातों से अब लोग प्रशासन से काफी नाराज दिख रहे हैं. क्योंकि बेहतर कानून व्यवस्था के नाम पर ही जनता ने भाजपा सरकार को चुना और योगी आदित्यनाथ को दूसरी बार सीएम बनाने का काम किया. लेकिन जिस तरह से आये दिन हत्या की घटनाएं सामने आ रही है उसको लेकर लोगों में कानून व्यवस्था को लेकर आक्रोश पनपने लगा है. हालांकि घटनाओं के बाद एसएसपी लापरवाही बरतने वाले पुलिस वालों पर लगातार सख्त कार्रवाई कर रहे हैं बावजूद इसके अपराधों में कमी न आने से लोग अफसरों के साथ-साथ सरकार पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं.
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