प्रयागराज: लखनऊ और कानपुर के बाद प्रयागराज को भी इलेक्ट्रिक बसों की सौगात मिल चुकी है. ये बसें नैनी के परिवहन निगम के वर्क शॉप पर पहुंच चुकी हैं. हाईटेक तकनीक से लैस इन बसों से सफर का अनुभव विदेशी बसों जैसा रहेगा. कई लोग उत्सकुतावश इन बसों को देखने भी पहुंच रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी इन बसों को हरी झंडी दिखा सकते हैं.
बताया गया कि ये बसें सभी सुविधाओं से लैस हैं. इन बसों में सुरक्षा की दृष्टि से काफी इंतजाम किए गए हैं. इनमें बैठकर मेट्रो ट्रेन जैसा अनुभव मिलेगा. लखनऊ के कंट्रोल रूम से इन पर नजर रखी जाएगी. महिलाओं और दिव्यांगों के लिए इन बसों में विशेष व्यवस्था की गई हैं. जीपीएस युक्त बसों के हर मूवमेंट की जानकारी आनलाइन उपलब्ध होगी. बस में डेस्टिनेशन बोर्ड भी है जो अगले स्टेशन की जानकारी देगा.
21 दिसंबर को पीएम मोदी का प्रयागराज का दौरा प्रस्तावित है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि वह इन बसों को अपने हाथों से हरी झंडी दिखाएंगे.
कंपनी की ओर से भेजी गई 50 इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग और मेंटीनेंस यहीं होंगा. एक साथ 25 बसें चार्ज हो सकेंगीं. चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए 10 करोड़ रुपए से अधिक की स्वीकृति दी गई है. इस कार्य को उत्तर प्रदेश जल निगम के कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज व पीएमआई द्वारा किया जा रहा है.
ये रहा किराया
- 3 किलोमीटर तक 5 रुपये
- 42 किलोमीटर की दूरी तक के लिए 45 रुपये
इलेक्ट्रिक बसों में ऑनलाइन भी किराए का भुगतान किया जा सकेगा. इसके लिए कंडक्टर के पास क्यूआर कोड होगा. कोई भी यात्री अपने मोबाइल फोन से क्यूआर कोड को स्कैन करके भुगतान कर सकेगा.
परिवहन निगम के नैनी स्थित डिपो में खड़ी ये इलेक्ट्रिक बसें ध्वनि प्रदूषण नहीं फैलाएंगी. यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है. इन कैमरों के जरिए लखनऊ में बने कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप