प्रयागराजः प्रयागवासियों को अब दिल्ली पहुंचने के लिए पहले जितना समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा. दरअसल, राजधानी की तर्ज पर यहीं से चलने वाले प्रयागराज एक्सप्रेस की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रति घंटे की जा रही है. जिसकी वजह से प्रयागवासियों को दिल्ली पहुंचने के लिए करीब 40 मिनट कम लगेंगे. प्रयागराज-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन में 24 एलएचबी कोच निर्धारित किये गये हैं. सेपशल ट्रेन के चलने से यात्रियों में खुशी का माहौल है.
यात्रियों के बीच लोकप्रिय है ये ट्रेन
16 जुलाई 1984 से प्रारंभ हुई प्रयागराज एक्सप्रेस उत्तर मध्य रेलवे की प्रमुख ट्रेन है. पिछले चार दशकों में यात्रियों के बीच बहुत लोकप्रिय रही है। 17 वैक्यूम ब्रेक वाले लाल रंग के डिब्बे के साथ इसकी यात्रा प्रारंभ हुई थी और इसे 2003 में 24 कोच नीले रंग के एयर ब्रेक स्टॉक में बदल दिया गया था. 16 दिसंबर 2016 से इसका परिचालन 21 कोच वाले नवीनतम एलएचबी रैक के साथ किया जाने लगा था. अनुरक्षण और ऑपरेटिंग कर्मियों के अथक और समर्पित प्रयासों के बिना ये संभव नहीं था. उनके योगदान के लिए प्रयागराज जंक्शन पर एक विशेष सम्मान प्रोत्साहन कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. इसमें महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे राजीव चौधरी ने चालक दल अनुरक्षण वाणिज्य और सुरक्षाकर्मी को सम्मानित भी किया. इसके साथ ही लोको पायलट भी सम्मानित हुये.
कोविड-19 को लेकर जंक्शन पर कार्यक्रम
प्रयागराज जंक्शन पर महाप्रबंधक ने कोविड-19 पर जन जागरूकता के लिए एनिमेशन चरित्र गप्पू भैया आयोजित किया. गप्पू भैया का प्रयोग कोविड-19 के अनुरूप उचित व्यवहार हेतु रेल उपयोगकर्ताओं के लिए जन जागरूकता के उद्देश्य वीडियो स्पॉट में किया गया है. कार्यक्रम में प्रयागराज दिल्ली विशेष ट्रेनों को फूलों रिबन आदि से खूबसूरती से सजाया गया. फिलहाल राजधानी की तर्ज पर चलने वाली इस गाड़ी से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी और समय पर यात्री अपने गंतव्य स्थान को पहुंच पाएंगे.