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जिला महिला अस्पताल में कर्मचारी की पत्नी की इलाज के दौरान मौत, हंगामा

प्रयागराज जिला महिला अस्पताल हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का आरोप है की कर्मचारी को छुट्टी न मिलने के कारण विपिन अपनी पत्नी का समुचित इलाज नहीं करा सका. इसी के चलते उनकी पत्नी की मौत हो गई.

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Published : Nov 3, 2022, 2:41 PM IST

प्रयागराजः जिला महिला चिकित्सालय में गुरुवार की सुबह अस्पताल कर्मचारी की पत्नी की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद अस्पताल में हंगामा हो गया. अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी और अस्पताल की अधीक्षिका नीता साहू के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मेन गेट का ताला बंद कर दिया. कर्मचारियों की हड़ताल से जिला महिला चिकित्सालय की ओपीडी सेवाएं भी ठप हो गईं. अस्पताल में हंगामा कर रहे नर्स और कर्मचारियों का आरोप है कि कर्मचारी की पत्नी की मौत कर्मचारी को छुट्टी ना मिल पाने के कारण हुई. महिला को सही इलाज नहीं मिल सका जिससे उसकी मौत हो गई.

जानकारी के अनुसार, जिला महिला चिकित्सालय में कार्यरत कर्मचारी फार्मासिस्ट विपिन मिश्रा की पत्नी प्रियंका मिश्रा की तबीयत मंगलवार को बिगड़ गई. इसके बाद शाम में उन्हें डफरिन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह डेंगू से पीड़ित थी. अस्पताल में डेंगू के उपचार की उचित व्यवस्था ना होने के चलते पत्नी को निजी चिकित्सालय में भर्ती कराना चाह रहा था लेकिन अस्पताल प्रशासन ने फार्मासिस्ट को छुट्टी नहीं दी. इसके चलते विपिन अपनी पत्नी को दूसरे अस्पताल में भर्ती नहीं करा सका. देर रात विपिन की पत्नी की तबियत ज्यादा बिगड़ गई. और गुरूवार सुबह उसकी मौत हो गई.

घटना की जानकारी देते कर्मचारी

अस्पताल प्रशासन की तानाशाही और कर्मचारी की पत्नी की मौत के बाद जिला महिला चिकित्सालय में कार्यरत नर्स स्टाफ और अन्य कर्मचारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया. सभी कर्मचारी अस्पताल अधीक्षिका पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए लामबंद हो गए. हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का कहना है की कर्मचारी को छुट्टी न मिलने के कारण विपिन अपनी पत्नी का समुचित इलाज नहीं करा सका. जिसके चलते उसकी पत्नी की मौत हो गई.

कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि अस्पताल प्रशासन प्रमुख नीता साहू जॉइनिंग और अन्य कार्यों के लिए कर्मचारियों से पैसे की मांग करती हैं. कर्मचारी को विशेष परिस्थितियों में भी छुट्टी नहीं दी जा रही है. उन्होंने मांग की कि प्रमुख अधीक्षिका नीता साहू को अस्पताल से तुरंत हटाया जाए. वहींं, नीता साहू का कहना है कि कर्मचारियों के द्वारा लगाए जा रहे सारे आरोप बेबुनियाद हैं. यह सभी प्रकरण और आरोप जांच का विषय है. कर्मचारियों को छुट्टी न देने का आदेश उच्च अधिकारियों से मिला है. वहीं अस्पताल में कर्मचारियों को आक्रोश को देखते हुए स्थिति को संभालने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर जुटी हुई है.

ये भी पढ़ेंः फिरोजाबाद में शादी का झांसा देकर बीएससी छात्रा से पीएसी जवान ने किया दुष्कर्म

प्रयागराजः जिला महिला चिकित्सालय में गुरुवार की सुबह अस्पताल कर्मचारी की पत्नी की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद अस्पताल में हंगामा हो गया. अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी और अस्पताल की अधीक्षिका नीता साहू के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मेन गेट का ताला बंद कर दिया. कर्मचारियों की हड़ताल से जिला महिला चिकित्सालय की ओपीडी सेवाएं भी ठप हो गईं. अस्पताल में हंगामा कर रहे नर्स और कर्मचारियों का आरोप है कि कर्मचारी की पत्नी की मौत कर्मचारी को छुट्टी ना मिल पाने के कारण हुई. महिला को सही इलाज नहीं मिल सका जिससे उसकी मौत हो गई.

जानकारी के अनुसार, जिला महिला चिकित्सालय में कार्यरत कर्मचारी फार्मासिस्ट विपिन मिश्रा की पत्नी प्रियंका मिश्रा की तबीयत मंगलवार को बिगड़ गई. इसके बाद शाम में उन्हें डफरिन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह डेंगू से पीड़ित थी. अस्पताल में डेंगू के उपचार की उचित व्यवस्था ना होने के चलते पत्नी को निजी चिकित्सालय में भर्ती कराना चाह रहा था लेकिन अस्पताल प्रशासन ने फार्मासिस्ट को छुट्टी नहीं दी. इसके चलते विपिन अपनी पत्नी को दूसरे अस्पताल में भर्ती नहीं करा सका. देर रात विपिन की पत्नी की तबियत ज्यादा बिगड़ गई. और गुरूवार सुबह उसकी मौत हो गई.

घटना की जानकारी देते कर्मचारी

अस्पताल प्रशासन की तानाशाही और कर्मचारी की पत्नी की मौत के बाद जिला महिला चिकित्सालय में कार्यरत नर्स स्टाफ और अन्य कर्मचारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया. सभी कर्मचारी अस्पताल अधीक्षिका पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए लामबंद हो गए. हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का कहना है की कर्मचारी को छुट्टी न मिलने के कारण विपिन अपनी पत्नी का समुचित इलाज नहीं करा सका. जिसके चलते उसकी पत्नी की मौत हो गई.

कर्मचारियों का यह भी आरोप है कि अस्पताल प्रशासन प्रमुख नीता साहू जॉइनिंग और अन्य कार्यों के लिए कर्मचारियों से पैसे की मांग करती हैं. कर्मचारी को विशेष परिस्थितियों में भी छुट्टी नहीं दी जा रही है. उन्होंने मांग की कि प्रमुख अधीक्षिका नीता साहू को अस्पताल से तुरंत हटाया जाए. वहींं, नीता साहू का कहना है कि कर्मचारियों के द्वारा लगाए जा रहे सारे आरोप बेबुनियाद हैं. यह सभी प्रकरण और आरोप जांच का विषय है. कर्मचारियों को छुट्टी न देने का आदेश उच्च अधिकारियों से मिला है. वहीं अस्पताल में कर्मचारियों को आक्रोश को देखते हुए स्थिति को संभालने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर जुटी हुई है.

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