प्रयागराज: संगमनगरी में वैसे तो पूरे देश से लोग समय-समय पर अपने पूर्वजों, मरने वाले सगे सम्बन्धियों की आत्मा की शान्ति के लिए श्राद्ध करने आते रहते हैं. जिसके चलते संगम किनारे बसने वाले तीर्थपुरोहितों का गुजर बसर होता है, लेकिन इस बार कोरोना के कारण आम दिनों से ज्यादा श्राद्ध हुए हैं. यहां के पुरोहितों का कहना है कि पहले कभी एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में संगम पर श्राद्ध नहीं हुए हैं.
कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कराया श्राद्ध
संगमनगरी के किनारे पुरोहितों ने बताया कि एक दिन में श्राद्ध कराने वालों की संख्या 10 से 20 तक रही है. जबकि बड़े तीर्थपुरोहितों के यहां तो यह संख्या एक दिन में 100 के पार हो गई है. इन्होंने बताया कि इतनी बड़ी संख्या के पीछे कोरोना भी बड़ा कारण रहा है, क्योंकि कोरोना से मरने वाले कई लोगों का भी इन पुरोहितों ने गाइडलाइन का पालन करते हुए श्राद्ध कराया है. पुरोहितों ने बताया कि वैसे तो उनके जजमान ज्यादातर फिक्स होते हैं, लेकिन इस बार श्राद्ध करने वालो में नए लोगों की संख्या ज्यादा रही है. कोरोना के कारण जिनके शव नहीं मिलते थे, उनके लोग भी श्राद्ध करने आए हैं. हालांकि अब स्थिति सामान्य हो गई है, नहीं तो संगमतट पर सुबह से ही गाड़ियों का तांता लगा रहता था.
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