प्रयागराज: यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने 12 जुलाई को अपना पुर्नजन्म दिन कार्यक्रम किया. 12 जुलाई 2010 के बाद से हर साल इसी दिन वह अपने मुट्ठीगंज आवास से कुछ दूरी पर सुलाकी चौराहे पर स्थित शिव मंदिर में रुद्राभिषेक और भंडारे का कार्यक्रम करते हैं. इस साल कोरोना संक्रमण के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मंत्री ने मंदिर में केवल रुद्राभिषेक ही किया. वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि कार्यक्रम से एक दिन पहले मंत्री के समर्थकों ने मोहल्ले के कई घरों को बिना अनुमति भगवा रंग में रंगवा दिया.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि मंत्री के पुर्नजन्म कार्यक्रम से एक दिन पहले उनके समर्थकों ने मोहल्ले के करीब 50 घरों को भगवा रंग में रंगवा दिया. जब मना किया गया तो उनके समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया और जान से मारने की धमकी देने लगे. वहीं इस दौरान मोहल्ले में समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता पहुंच गए. सपा कार्यकर्ता संदीप यादव ने कहा कि पार्टी बदलने वाले मंत्री ने सीएम योगी को खुश करने के लिए लोगों के घरों को जबरन भगवा रंग में रंग दिया.
वहीं बिना अनुमति के घर की रंगाई होने के विरोध में स्थानीय निवासी रवि गुप्ता और जीवन चंद ने शहर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा ने बताया कि इस संबंध में स्थानीय निवासी रवि गुप्ता और जीवन चंद की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई है. मामले की जांच की जा रही है.
इसलिए पुर्नजन्म मनाते हैं नंद गोपाल नंदी
दरअसल, पूर्व की बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे नंद गोपाल गुप्ता पर प्रयागराज में ही 12 जुलाई 2010 को बम से जानलेवा हमला हुआ था. इस हमले में मंत्री बच गए थे लेकिन उनके गनर सहित एक पत्रकार की मौत हो गई थी. घायल अवस्था में मंत्री को तत्कालीन प्रदेश सरकार की ओर से पीजीआई में भर्ती कराया गया था. मंत्री पर हमला उस समय हुआ, जब वह अपने मुट्ठीगंज आवास से मंदिर में पूजा करने जा रहे थे.
"यह भगवा कलर नहीं है. कहीं नीला है, तो कही पीला है. राम दरबार की फोटो और सीता की साड़ी है. कुछ लोगों को सौंदर्य पसंद नहीं हैं. सौंदर्य विरोधी लोगों के पेट में दर्द हो रहा है. कुछ लोग इसे विवाद का रूप देकर नेता बनना चाहते हैं. उन्होंने एक सपा कार्यकर्ता पर इसे विवाद का रूप देने का आरोप लगाया और कहा कि प्रयागराज में विकास की गंगा बह रही है."
-नंद गोपाल गुप्ता नंदी, कैबिनेट मंत्री, यूपी सरकार