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प्रयागराज: मदरसों में अब होगी NCERT की पुस्तकों से पढ़ाई

उत्तर प्रदेश मदरसों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश भर में मदरसा बोर्ड के द्वारा संचालित होने वाले मान्यता प्राप्त 558 मदरसों में एनसीईआरटी (NCERT) पाठ्यक्रम की पुस्तकों को भेजा गया है, जिससे कि उन मदरसों में एनसीईआरटी (NCERT) पाठ्यक्रम से पढ़ाई हो सकेगी.

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Published : Oct 22, 2019, 8:58 PM IST

मदरसों में अब होगी एनसीआरटी पुस्तको से पढ़ाई.

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के अंदर मदरसा बोर्ड के द्वारा संचालित होने वाले मान्यता प्राप्त मदरसों में अब एनसीईआरटी पैटर्न पर पढ़ाई होगी, जिसके लिए आदेश जारी हो गया है. प्रयागराज में ऐसे 42 ऐसे मदरसे है, जहां पर लागू हुए इस पाठ्यक्रम पर पढ़ाई होगी, जिसके लिए विभाग द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है.

जानकारी देते जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी.
मदरसों में होगी एनसीईआरटी (NCERT) पैटर्न पर पढ़ाई
राज्य भर में चल रहे मदरसों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश भर में मदरसा बोर्ड के द्वारा संचालित होने वाले मान्यता प्राप्त 558 मदरसों में एनसीईआरटी (NCERT) पाठ्यक्रम की पुस्तकों को भेजा गया है. शासन के द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग कोयल निर्देश दिए गए हैं कि इन मदरसों के पुस्तकालयों को जल्द से जल्द क्रियाशील बनाकर इसे शुरू कराया जाए.

मदरसों में एनसीईआरटी (NCERT) पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने मई 2018 में मंजूरी दी थी, जिसके बाद मदरसा बोर्ड में अंग्रेजी हिंदी और उर्दू में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की किताबें शुरू करने की मंजूरी दी थी.

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का प्रयास
राज्य में मदरसा शिक्षा को दो भागों में बांटा गया है. पहला दिनायत और दूसरा सामान्य शिक्षा. इसमें दिनायत शिक्षा में किसी भी तरह का परिवर्तन नही किया गया है, जबकि सामान्य शिक्षा को आधुनिक बनाने का प्रयास किया गया है. सरकार के इस प्रयास से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है कि छात्रों का आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़कर उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना. वर्तमान शैक्षिक सत्र में इसे लागू करने के लिए प्रदेश भर के 558 संस्थाओं के पुस्तकालय में पुस्तकों के नौ सेट उपलब्ध कराए गए हैं.


ये भी पढ़ें:-लखनऊ: बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी ओपीडी में बढ़ेंगे बेड

प्रयागराज में मान्यता प्राप्त 42 मदरसों में कक्षा एक से 12 तक के हिंदी और अंग्रेजी के 112 सेट किताबो के भेजे गए है. जिन विषयों के लिए एनसीईआरटी (NCERT) की किताबें भेजीं गयीं है. उसमें उर्दू और गणित भी शामिल है.
-एस.पी. तिवारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के अंदर मदरसा बोर्ड के द्वारा संचालित होने वाले मान्यता प्राप्त मदरसों में अब एनसीईआरटी पैटर्न पर पढ़ाई होगी, जिसके लिए आदेश जारी हो गया है. प्रयागराज में ऐसे 42 ऐसे मदरसे है, जहां पर लागू हुए इस पाठ्यक्रम पर पढ़ाई होगी, जिसके लिए विभाग द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है.

जानकारी देते जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी.
मदरसों में होगी एनसीईआरटी (NCERT) पैटर्न पर पढ़ाई
राज्य भर में चल रहे मदरसों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश भर में मदरसा बोर्ड के द्वारा संचालित होने वाले मान्यता प्राप्त 558 मदरसों में एनसीईआरटी (NCERT) पाठ्यक्रम की पुस्तकों को भेजा गया है. शासन के द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग कोयल निर्देश दिए गए हैं कि इन मदरसों के पुस्तकालयों को जल्द से जल्द क्रियाशील बनाकर इसे शुरू कराया जाए.

मदरसों में एनसीईआरटी (NCERT) पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने मई 2018 में मंजूरी दी थी, जिसके बाद मदरसा बोर्ड में अंग्रेजी हिंदी और उर्दू में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की किताबें शुरू करने की मंजूरी दी थी.

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का प्रयास
राज्य में मदरसा शिक्षा को दो भागों में बांटा गया है. पहला दिनायत और दूसरा सामान्य शिक्षा. इसमें दिनायत शिक्षा में किसी भी तरह का परिवर्तन नही किया गया है, जबकि सामान्य शिक्षा को आधुनिक बनाने का प्रयास किया गया है. सरकार के इस प्रयास से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है कि छात्रों का आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़कर उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना. वर्तमान शैक्षिक सत्र में इसे लागू करने के लिए प्रदेश भर के 558 संस्थाओं के पुस्तकालय में पुस्तकों के नौ सेट उपलब्ध कराए गए हैं.


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प्रयागराज में मान्यता प्राप्त 42 मदरसों में कक्षा एक से 12 तक के हिंदी और अंग्रेजी के 112 सेट किताबो के भेजे गए है. जिन विषयों के लिए एनसीईआरटी (NCERT) की किताबें भेजीं गयीं है. उसमें उर्दू और गणित भी शामिल है.
-एस.पी. तिवारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी

Intro:उत्तर प्रदेश के अंदर मदरसा बोर्ड के द्वारा संचालित होने वाले मान्यता प्राप्त मदरसों में अब एनसीआरटी पैटर्न पर पढ़ाई होगी। जिसके लिए आदेश जारी हो गया। प्रयागराज में ऐसे 42 ऐसे मदरसे है जहाँ पर लागू हुए इस पाठ्यक्रम पर पढ़ाई होगी। जिसके लिए विभाग द्वारा इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है।


Body:बता दें कि राज्य भर में चल रहे मदरसों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश भर में मदरसा बोर्ड के द्वारा संचालित होने वाले मान्यता प्राप्त 558 मदरसों ( धार्मिक स्कूलों) में एन सीआरटी पाठ्यक्रम की पुस्तकों को भेजा गया है। शासन के द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग कोयल निर्देश दिए गए हैं कि इन मदरसों के पुस्तकालयों को जल्द से जल्द क्रियाशील बनाकर इसे शुरू कराया जाए। मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने मई 2018 में मदरसा बोर्ड में अंग्रेजी हिंदी और उर्दू में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की किताबें शुरू करने की मंजूरी दी थी
राज्य में मदरसा शिक्षा को दो भागों में बांटा गया है। पहला दिनायत और दूसरा सामान्य शिक्षा इसमें दिनायत शिक्षा में किसी भी तरह का परिवर्तन नही किया गया है जबकि सामान्य शिक्षा को आधुनिक बनाने का प्रयास किया गया है। सरकार के इस प्रयास से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है कि छात्रों का आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ कर उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना। वर्तमान शैक्षिक सत्र में इसे लागू करने के लिए प्रदेश भर के 558 संस्थाओं के पुस्तकालय में पुस्तको के नौ सेट उपलब्ध कराए गए है।


Conclusion:जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शिव प्रसाद तिवारी ने बताया कि प्रयागराज में मान्यता प्राप्त 42 मदरसों में कक्षा एक से 12 तक के हिंदी और अंग्रेजी के 112 सेट किताबो के भेजे गए है। जिन विषयो के लिए एन सी आर टी की किताबें भेजीं गयीं है उसमें उर्दू और गणित भी शामिल है।

बाईट: एस पी तिवारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज।
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