प्रयागराज: बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके दलित प्रधानमंत्री बनाने की मांग करके देश की राजनीति में खलबली मचा दी. मायावती के इस ट्वीट के सवाल पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बसपा सुप्रीमो (Keshav Prasad maurya statement on Mayawati ) पर निशाना साधते हुए जनता के बीच जाने की नसीहत दी. उन्होंने बसपा प्रमुख को ट्वीट की राजनीति करने वाला बताया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि लोकतंत्र में कब, किसे, कहां, किस कुर्सी पर बैठाना है, यह जनता तय करेगी. जनता की अदालत में जाने पर जनता ही सारे फैसले करती है.
बसपा प्रमुख ने ट्वीट करके देश में दलित प्रधानमंत्री बनाने के मुद्दे को उठाया. इस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मायावती को नसीहत देते हुए कहा है कि सिर्फ ट्वीट करके मुकाबला नहीं किया जा सकता है. जनता के बीच जाने से ही जनता का भरोसा जीता जाता है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी जनता के बीच जाकर काम करती है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता ही सबकुछ तय करने वाली होती है. जनता ही तय करती है कि किसे जनप्रतिनिधि चुनना है.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि भारतवंशी ऋषि सुनक का ब्रिटेन का प्रधानमंत्री (rishi sunak british prime minister) बनना पूरे भारत देश के लिए गर्व की बात है. ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री नियुक्त होने के बाद से ही देश में जश्न का माहौल है और यह हमारे देश के लिए गर्व की बात है. दरअसल, डिप्टी सीएम दो दिनों के दौरे पर प्रयागराज आए थे. गुरुवार को लखनऊ जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए डिप्टी सीएम ने बसपा प्रमुख पर निशाना साधा है.
-
1. भारतीय मूल के श्री ऋषि सुनक के अन्ततः ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचने पर यहाँ कांग्रेस व बीेजेपी में ट्विटर वॉर, आरोप-प्रत्यारोप व इधर-उधर की बात जारी है, किन्तु उस राजनीतिक हक व इंसाफ की बातें नहीं की जा रही हैं जिस कारण देश में अभी तक कोई दलित पीएम नहीं बन पाया है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) October 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">1. भारतीय मूल के श्री ऋषि सुनक के अन्ततः ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचने पर यहाँ कांग्रेस व बीेजेपी में ट्विटर वॉर, आरोप-प्रत्यारोप व इधर-उधर की बात जारी है, किन्तु उस राजनीतिक हक व इंसाफ की बातें नहीं की जा रही हैं जिस कारण देश में अभी तक कोई दलित पीएम नहीं बन पाया है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) October 27, 20221. भारतीय मूल के श्री ऋषि सुनक के अन्ततः ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रचने पर यहाँ कांग्रेस व बीेजेपी में ट्विटर वॉर, आरोप-प्रत्यारोप व इधर-उधर की बात जारी है, किन्तु उस राजनीतिक हक व इंसाफ की बातें नहीं की जा रही हैं जिस कारण देश में अभी तक कोई दलित पीएम नहीं बन पाया है। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) October 27, 2022
प्रयागराज के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने डेंगू को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में डिप्टी सीएम ने जिले में डेंगू के मामलों को काबू करने और डेंगू पीड़ितों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाने पर विस्तार से चर्चा की. इसके बाद डिप्टी सीएम ने सरकारी अस्पतालों में अच्छे इलाज की सुविधा देने का निर्देश दिए. साथ ही, डेंगू के नाम पर प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों के साथ लूट न हो इसकी निगरानी करने को भी कहा है.
डिप्टी सीएम ने स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में पीजीआई स्तर का इलाज मरीजों को उपलब्ध करवाने का दावा किया है और लोगों से अपील की है कि लोग डेंगू का इलाज करवाने सरकारी अस्पतालों में जाएं, उन्हें वहां कोई दिक्कत नहीं होगी. क्योंकि प्रयागराज में स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में पीजीआई के स्तर की चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं. अगर उन्हें सरकारी अस्पताल के इलाज में कोई कमी मिले या इलाज न हो, तभी ही प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने जाएं.
रोकथाम के उपाय तेज करने के निर्देश
प्रयागराज में डेंगू का प्रकोप अन्य जिलों के मुकाबले ज्यादा है. यहां गुरुवार तक सात सौ से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित है. जिले में डेंगू के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए डिप्टी सीएम ने डेंगू को रोकने के लिए हर जरूरी प्रयास करने के निर्देश दिए हैं. डिप्टी सीएम नेअफसरों को गली-मोहल्लों में एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग करवाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही डेंगू पॉजिटिव मरीजों के इलाज की उचित व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया.
निजी अस्पतालों की निगरानी को कहा
इस बैठक में डिप्टी सीएम ने अफसरों को यह भी निर्देश दिया है कि प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम में डेंगू के नाम पर मरीजों से लूट न हो, इसका भी ध्यान दिया जाना चाहिए. प्लेटलेट्स की जितनी जरूरत हो, उतना ही मरीजों को दिया जाए. कोई भी अस्पताल मरीजों से पैसे कमाने के लिए बिना जरूरत के प्लेटलेट्स के पैकेट्स न मंगवाए.
यह भी पढ़ें: सदस्यता अभियान से BSP का किनारा, अब छोटी-छोटी कैडर मीटिंग पर फोकस