प्रयागराज: मणिपुर में हुई घटना के बाद लगातार देश के अलग अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. विपक्षी दलों के नेता केंद्र सरकार पर लगातार मणिपुर की घटना को लेकर निशाना साध रहे हैं. प्रयागराज में शुक्रवार को मणिपुर की घटना को लेकर प्रयागराज में कांग्रेस और सपा नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सिविल लाइंस के सुभाष चौक पर केंद्र सरकार का पुतला फूंक रहे सपा नेताओं को पुलिस के साथ नोकझोंक हुई. जिसके बाद पुलिस टीम विरोध कर रहे 6 सपा नेताओं को हिरासत में लेकर सिविल लाइंस थाने ले गई. वहीं, प्रदर्शन कर रहे सपाइयों ने पुलिस द्वारा पकड़े जाने को सरकारी तानाशाही करार दिया है.
सपा नेताओं ने कहा कि मणिपुर हिंसा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार को लेनी चाहिए. पिछले 2 महीने से मणिपुर में घटनाएं हो रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. जब यह मानवता का शर्मसार करने वाला वीडियो सामने आया है तो केंद्र सरकार ने कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की है. ऐसे में केंद्र सरकार को मणिपुर की घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
कांग्रेस नेताओं ने भी किया प्रदर्शन: वहीं, कांग्रेसियों ने धरना स्थल चौकी के पास केंद्र और मणिपुर की सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार को तानाशाह सरकार की उपाधि दी है. कांग्रेसियों का कहना था कि केंद्र सरकार ने मणिपुर की घटना को गंभीरता से नहीं लिया है और कार्रवाई में भी देरी की है.
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