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इस यूनिवर्सिटी के गृह विज्ञान विभाग का बदलेगा नाम, होगा ये फायदा - प्रयागराज हिंदी खबरें

प्रयागराज में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गृह विज्ञान विभाग का नाम बदलकर फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज करने का प्लान तैयार हो चुका है. होम गृह विज्ञान विभाग का नाम बदलने की मंजूरी इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वीसी प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने पहले ही दे दी है.

बदलेगा विभाग का नाम
बदलेगा विभाग का नाम
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Published : Feb 4, 2021, 5:11 PM IST

प्रयागराज: सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गृह विज्ञान विभाग का नाम बदलकर फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज रखा जाएगा. गृह विज्ञान विभाग का नाम बदलने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. यूजीसी से मंजूरी मिलते ही विभाग का नाम बदल दिया जाएगा. होम साइंस डिपार्टमेंट का नाम बदलने की मंजूरी इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वीसी प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने पहले ही दे दी है.

गृह विज्ञान विभाग का बदलेगा नाम
डिपार्टमेंट ऑफ फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज होगा नामइलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गृह विज्ञान विभाग का नाम डिपार्टमेंट ऑफ फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज कर दिया जाएगा. यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने गृह विज्ञान का नाम बदले जाने को मंजूरी दे दी है. वीसी संगीता श्रीवास्तव ने गृह विज्ञान विभाग में कई सालों तक सेवा दी है. इससे उन्हें इस विभाग से बहुत लगाव है. उन्होंने गृह विज्ञान विभाग को सजाने संवारने में अहम योगदान भी दिया है. यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार होंगे कार्य

यूजीसी के नए नियमों के अनुसार नाम बदले जाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने यूजीसी के नए नियमों के तहत ही अब गृह विज्ञान विभाग का नाम बदलकर फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज करने का फैसला लिया है. इसके लिए उन्होंने सभी तरह की कागजी प्रक्रिया पूरी कर दी है. यूजीसी से मंजूरी मिलने के बाद विभाग के बाहर बदले हुए नाम का बोर्ड भी लगा दिया जाएगा.

छात्रों को मिलेगा फायदा

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की पीआरओ प्रोफेसर जया कपूर ने बताया कि फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज नाम रखने के पीछे मकसद यह है कि छात्राओं को सामाजिक सरोकार से जुड़ी हुई शिक्षा दी जाए. उनका कहना है कि इस विभाग में दी जाने वाली शिक्षा छात्राओं को समाज से जोड़ने वाली होगी. इसी कोशिश के तहत नाम बदले जाने के साथ ही कोर्स में भी कुछ बदलाव किए जाने हैं. यह सभी बदलाव यूजीसी द्वारा तय मानकों के अनुरूप ही किए जाएंगे. इसका फायदा छात्राओं को मिलेगा.

परास्नातक कोर्स भी होता है संचालित

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के गृह विज्ञान विभाग को वर्ष 2000 में तत्कालीन कुलपति और राज्यपाल ने स्वतंत्र विभाग बनाने की अनुमति दी थी. इसके बाद इस विभाग में 3 वर्षीय बीएससी होम साइंस के कोर्स का संचालन शुरू किया गया. साल 2007 में इस डिपार्टमेंट में एक लाइब्रेरी और चार प्रयोगशाला के साथ ही चार क्लासरूम भी बनाए गए थे. इसके बाद 2008 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने गृह विज्ञान विभाग में परास्नातक कोर्स भी शुरू कर दिया.

प्रयागराज: सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गृह विज्ञान विभाग का नाम बदलकर फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज रखा जाएगा. गृह विज्ञान विभाग का नाम बदलने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. यूजीसी से मंजूरी मिलते ही विभाग का नाम बदल दिया जाएगा. होम साइंस डिपार्टमेंट का नाम बदलने की मंजूरी इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वीसी प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने पहले ही दे दी है.

गृह विज्ञान विभाग का बदलेगा नाम
डिपार्टमेंट ऑफ फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज होगा नामइलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गृह विज्ञान विभाग का नाम डिपार्टमेंट ऑफ फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज कर दिया जाएगा. यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने गृह विज्ञान का नाम बदले जाने को मंजूरी दे दी है. वीसी संगीता श्रीवास्तव ने गृह विज्ञान विभाग में कई सालों तक सेवा दी है. इससे उन्हें इस विभाग से बहुत लगाव है. उन्होंने गृह विज्ञान विभाग को सजाने संवारने में अहम योगदान भी दिया है. यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार होंगे कार्य

यूजीसी के नए नियमों के अनुसार नाम बदले जाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने यूजीसी के नए नियमों के तहत ही अब गृह विज्ञान विभाग का नाम बदलकर फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज करने का फैसला लिया है. इसके लिए उन्होंने सभी तरह की कागजी प्रक्रिया पूरी कर दी है. यूजीसी से मंजूरी मिलने के बाद विभाग के बाहर बदले हुए नाम का बोर्ड भी लगा दिया जाएगा.

छात्रों को मिलेगा फायदा

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की पीआरओ प्रोफेसर जया कपूर ने बताया कि फैमिली एंड कम्युनिटी साइंसेज नाम रखने के पीछे मकसद यह है कि छात्राओं को सामाजिक सरोकार से जुड़ी हुई शिक्षा दी जाए. उनका कहना है कि इस विभाग में दी जाने वाली शिक्षा छात्राओं को समाज से जोड़ने वाली होगी. इसी कोशिश के तहत नाम बदले जाने के साथ ही कोर्स में भी कुछ बदलाव किए जाने हैं. यह सभी बदलाव यूजीसी द्वारा तय मानकों के अनुरूप ही किए जाएंगे. इसका फायदा छात्राओं को मिलेगा.

परास्नातक कोर्स भी होता है संचालित

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के गृह विज्ञान विभाग को वर्ष 2000 में तत्कालीन कुलपति और राज्यपाल ने स्वतंत्र विभाग बनाने की अनुमति दी थी. इसके बाद इस विभाग में 3 वर्षीय बीएससी होम साइंस के कोर्स का संचालन शुरू किया गया. साल 2007 में इस डिपार्टमेंट में एक लाइब्रेरी और चार प्रयोगशाला के साथ ही चार क्लासरूम भी बनाए गए थे. इसके बाद 2008 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने गृह विज्ञान विभाग में परास्नातक कोर्स भी शुरू कर दिया.

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