प्रयागराजः अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी के बुधवार में कोर्ट में सरेंडर करने की चर्चा तेजी से चल रही थी. लेकिन जज के न बैठने और पुलिस द्वारा सरेंडर अर्जी पर रिपोर्ट न देने की वजह से सुनवाई नहीं हो सकी. इसके बाद अब इस मामले में सुनवाई के लिए 30 अप्रैल की तारीख तय कर दी गयी है. आयशा नूरी को पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में मददगार के रूप में आरोपी बनाया है. एक महीने से ज्यादा समय से आयशा नूरी फिलहाल फरार चल रही है. जिसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही है. लेकिन आयशा नूरी का कोई पता नहीं चल सका है.
गौरतलब है कि 24 फरवरी को हुए बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद के परिवार और गैंग वालों को नामजद आरोपी बनाया गया था. इसके साथ ही पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि मेरठ की रहने वाली अतीक की बहन आयशा नूरी ने उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों को शरण देने से लेकर उनके फरार होने तक में मदद की है. इसके साथ ही फरारी काटने के लिए कैश देने का भी आरोप है. आयशा की मिलीभगत आने के सामने आने के बाद पुलिस ने उसे आरोपी बनाया और तलाश कर रही है.
पुलिस की टीमें अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के साथ ही आयशा नूरी को भी तलाश रही है. इसके बावजूद आयशा का कोई पता नहीं चल रहा है. पुलिस की इसी तलाश के बीच आयशा नूरी की तरफ से जिला कोर्ट में सरेंडर अर्जी दाखिल की गई थी. जिस पर बुधवार को सुनवाई नहीं हो सकी. क्योंकि धूमनगंज पुलिस ने आख्या रिपोर्ट पेश नहीं की. जबकि कोर्ट में न्यायाधीश के न बैठने की वजह से 30 अप्रैल की तारीख तय कर दी गई है. 30 अप्रैल को रविवार होने की वजह से अब इस मामले की सुनवाई 1 मई को हो सकती है.
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