प्रयागराज: पुलिस लाइन में रहने वाले एक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी का पत्नी और बेटे सहित शव कमरे में फंदे से लटकता मिला. गोविंद नारायण 20 साल से डीआईजी कार्यालय में तैनात थे. संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने से पुलिस लाइन में हड़कंप मच गया.
सूचना पाकर जिलाधिकारी सहित एडीजी, डीआईजी और एसएसपी मौके पर पहुंच गए. फिलहाल सभी के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. एसएसपी का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएगा कि मौत किन कारणों से हुई है.
- डीआईजी कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गोविंद नारायण का बेटे सोनू और पत्नी चंद्रा के साथ शव कमरे में फंदे से लटकता मिला.
- गोविंद नारायण 20 साल से चतुर्थ श्रेणी के पद पर डीआईजी कार्यालय में तैनात थे.
- छोटा बेटा जब अपने काम से घर लौटा तो दरवाजा अंदर से बंद था.
- काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद नहीं खुला तो पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया.
- कमरे का दृश्य देखकर वहां हडकंप मच गया.
- घटना की सूचना जब पुलिस महकमे में लगी तो जिलाधिकारी सहित आईजी, डीआईजी और एसएसपी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे.
- सभी के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
एसएसपी का कहना है कि छोटे बेटे के अनुसार पिता गोविंद अपने बड़े बेटे की मानसिक हालत से काफी परेशान थे. इस कारण से पूरे परिवार सहित उन्होंने मौत को गले लगा लिया, लेकिन पूरा मामला संदिग्ध है. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि गोविंद के परिवार की मौत एक खुदकुशी है या हत्या.