लखनऊः केंद्र सरकार की तरफ से साल 2025-26 के जारी बजट में देशभर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ 50 पर्यटन स्थलों के विकास करने की घोषणा की गई है. इन 50 सर्वश्रेष्ठ पर्यटक स्थलों में भगवान गौतम बुद्ध स्थलों के विकास पर जोड़ दिया है. जिसका सीधा लाभ उत्तर प्रदेश को मिलने जा रहा है.
उत्तर प्रदेश में बुद्ध सर्किट में शामिल कुशीनगर, संकिसा, श्रावस्ती, सारनाथ, कपिलवस्तु, कौशांबी जैसे स्थल इस सर्वश्रेष्ठ 50 पर्यटक स्थलों में शामिल हो सकते हैं. इन सभी स्थलों पर भगवान बुद्ध में तब ज्ञान उपदेश महानिर्वाण के लिए चुना. न केवल भारत बल की दुनिया भर में भगवान बुद्ध के मानने वालों के लिए एक पवित्र स्थल है.
ऐसे में सरकार ने यहां पर तीर्थ यात्रियों के लिए विश्रामगृह, सड़कों का निर्माण, अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा और डिजिटल गाइड सिस्टम जैसी योजना से देश विदेश के पर्यटक यहां पर घूमने के लिए आए तो उन्हें बेहतर सुविधा मिल सकती है.
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश अपनी ऐतिहासिक धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है. यहां पर पर्यटन के नई संभावनाएं भी अधिक है. बीते सात आठ सालों में उत्तर प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में हुए विकास ने आज प्रदेश को देश भर के प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल कर दिया है.
इसी का परिणाम है कि साल 2024 में उत्तर प्रदेश में 65 करोड़ से अधिक पर्यटक और श्रद्धालु देश के विभिन्न प्रदेशों से यहां पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि केंद्रीय बजट में 50 सर्वश्रेष्ठ पर्यटक स्थलों के विकास की जो योजना है. उसका फायदा उत्तर प्रदेश को भी मिलने जा रहा है. विशेष तौर पर बुद्ध सर्किट से जुड़े जिलों और शहरों में विकास होने से यहां पर आर्थिक और रोजगार में वृद्धि होगी.
उन्होंने बताया कि स्वदेश दर्शन दो योजना के तहत नैमिषारण्य प्रयागराज और महोबा को चुना गया है. नैमिषारण्य और प्रयागराज के विकास के लिए धनराशि जारी हो चुकी है. जबकि महोबा के लिए सीधी नया बजट जारी किया जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे थे पर्यटन विकास कार्यों का रिजल्ट अब प्रदेश में दिख रहा है. धार्मिक पर्यटन से लेकर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास से उत्तर प्रदेश एक ग्लोबल टूरिज्म हब बनने की ओर बढ़ चुका है.
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