प्रयागराजः पुलिस ने सात माह के मासूम बच्चे की सौदेबाजी करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. जिसमें बच्चे को खरीदने वाले पति-पत्नी भी शामिल हैं. पुलिस ने 50 हजार रुपये में बच्चे को बेचते-खरीदते समय चारों आरोपियों को सोमवार की रात कीडगंज थाना क्षेत्र में कब्रिस्तान के पास से गिरफ्तार किया था. पुलिस अब बच्चे के असली माता-पिता का पता लगाने में जुटी हुई है. बच्चा बेचने वालों के चंगुल से पुलिस ने मासूम को बचाकर अस्पताल तक तो पहुंचवा दिया है. सात माह के इस मासूम के दर्द की दवा तो अस्पताल के डॉक्टर कर देंगे. लेकिन उसे मां की ममता और पिता का प्यार कब मिलेगा, इस बात से पुलिस अफसर भी परेशान हैं. फिलहाल पुलिस बच्चे के असली माता पिता का पता लगाने में जुटी हुई है.
कीडगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले 25 साल से निःसंतान सुनील व मंजू सोनी को एक शादी समारोह के दौरान शहर के कैंट थाना क्षेत्र की रहने वाली शोभा देवी ने बच्चा दिलाने का सौदा किया था. शोभा ने भरोसा दिया था कि वो जल्द ही बच्चे की व्यवस्था करके गोद को हराभरा कर देगी. बच्चों की सौदागर शोभा देवी ने आजमगढ़ की रहने वाली शशिकला नाम की महिला से एक बच्चे को लाने का सौदा किया 30 हजार रुपये में किया था. जिसके बाद सोमवार को वो बच्चे को लेकर प्रयागराज पहुंची. जहां पर शोभा ने सुनील व मंजू सोनी से 50 हजार रुपये में बच्चे का सौदा कर लिया और रात को पैसे लेकर कीडगंज इलाके में कब्रिस्तान के पीछे बुलाया था.
इसी बीच कीडगंज पुलिस को सूचना मिली कि कब्रिस्तान के पीछे छोटे बच्चे का सौदा किया जा रहा है. इसके बाद पुलिस ने दबिश दी तो वहां पर तीन महिलाएं और एक पुरुष सात माह के मासूम बच्चे के साथ मिले. जिसके बाद पुलिस सभी को पकड़कर थाने ले गयी. जहां पर पुलिस की पूछताछ में पता चला कि महिला आज़मगढ़ से लाकर निसंतान पति पत्नी के हाथों बच्चे को बेचना था. पुलिस ने पुलिस ने पकड़े गए चारों आरोपियों को जेल भेज दिया है.
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बच्चे को भेजा गया अस्पताल
सौदागरों के पास से बच्चे को बरामद करने के बाद उसकी देख रेख के लिए पुलिस ने चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया. जहां पर बच्चे की जांच पड़ताल व उसके स्वास्थ को सुधारने के लिए उसे सरोजनी नायडू चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया गया है. जहां डॉक्टरों की देखरेख में बच्चे का इलाज किया जा रहा है. सात माह का मासूम अस्पताल में पूरी तरह से स्वस्थ है और वो अपने असली माता पिता का इंतजार कर रहा है. पुलिस की पूछताछ में आजमगढ़ से बच्चे को लाने वाली महिला बार-बार अपना बयान बदल रही थी. उसने पुलिस को बताया कि बच्चा उसे खेत में पड़ा हुआ मिला है. लेकिन पुलिस को उसकी बातों पर यकीन नहीं है, इसीलिए पुलिस की टीमें बच्चे के असली माता-पिता की तलाश करने में जुटी हुई है. पुलिस को इस बात की भी आशंका है कि बच्चे को किसी अस्पताल या दूसरे स्थान से चुराया गया हो. क्योंकि महिला ने प्रयागराज की दंपत्ति के डिमांड पर बच्चे को बेचने के लिए लेकर आयी थी. बहरहाल पुलिस 7 माह के इस मासूम के मां बाप की तलाश कर रही है.