प्रयागराज: औद्योगिक थाना क्षेत्र के यूनाइटेड कॉलेज के सामने स्थित पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा के लॉज को प्रशासन ने गुरुवार जमींदोज कर दिया. पिछले रविवार और सोमवार को हुई कार्रवाई के दौरान 40 फ़ीसदी तोड़फोड़ की गई थी. लेकिन गुरुवार सुबह ग्यारह बजे तीन मंजिला लॉज को जेसीबी से गिराने की कार्रवाई शुरू की गई. इसे करीब 15 साल पहले बनवाया गया था, लेकिन प्रयागराज विकास प्राधिकरण पीडीए से नक्शा स्वीकृत नहीं कराया गया था.
वहीं अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई संपत्ति की कीमत करीब दस करोड़ रुपये आंकी गई है. इस दौरान पीडीए के अतिरिक्त जोनल अधिकारी आलोक पांडे, सीओ करछना सोमेंद्र तिवारी, पीएसी और पुलिस की भारी फोर्स मौके पर मौजूद रही. कार्रवाई स्थल के दोनों ओर मिर्जापुर मार्ग पर आवागमन अवरुद्ध कर दिया गया था. दोनों ओर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गई थी, जबकि औद्योगिक थाना क्षेत्र के लवायन कला गांव निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा फतेहगढ़ जेल में बंद हैं.
पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा पर मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर भी हमला करवाने का आरोप है. सपा सरकार में यूनाइटेड इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने करीब नौ सौ वर्ग मीटर में दिलीप मिश्रा ने तीन मंजिली इमारत बनवाई थी, जिसमें नीचे दुकानें और ऊपर लॉज था. प्राधिकरण के अधिकारियों का दावा है कि दिलीप मिश्रा ने नियम विरुद्ध निर्माण करवाया था. इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी गई थी, जिसके बाद उन्होंने ध्वस्तीकरण का आदेश दिया.
अधिकारियों का कहना है कि बसपा सरकार में इस लॉज को गैंगस्टर एक्ट के तहत सील किया गया था. उसके बाद से इसमें प्रशासन का ताला लटका था. इस कारण लॉज में सन्नाटा और दुकानें भी बंद थीं. इस कार्रवाई से माफिया के करीबियों को भी अब डर सताने लगा है,जबकि ध्वस्तीकरण से पहले पुलिस गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत दिलीप के कॉलेज, मकान, खेत और भूखंड समेत 12 अचल संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है. पुलिस का दावा है कि माफिया दिलीप मिश्रा ने अपराध के जरिए चल और अचल संपत्ति को अर्जित किया था.