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प्रयागराज: मोबाइल के नशेड़ियों का इस केंद्र पर होगा इलाज

मौजूदा दौर में मोबाइल ने लोगों के काम को आसान बनाया है, लेकिन बड़ी तादाद में लोग इसके लती होते जा रहे हैं. बड़ों के साथ-साथ बच्चे और महिलाएं भी मोबाइल के आदी हो रहे हैं. इसके चलते न सिर्फ लोगों के स्वास्थय पर बुरा असर पड़ रहा है बल्कि उनके व्यवहार में भी बदलाव हो रहा है. समाज में बढ़ती मोबाइल की इस समस्या के इलाज के लिए यूपी के प्रयागराज में प्रदेश का पहला मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र खोला गया है.

प्रयागराज में खुला मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र.
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Published : Jul 27, 2019, 8:15 PM IST

प्रयागराज: मौजूदा समय में तमाम फायदे पहुंचाने वाला मोबाइल लोगों को नशे का आदी और बीमार बना रहा है. इसके लगातार इस्तेमाल से लोगों को मानसिक और शारीरिक स्तर पर नुकसान हो रहा है. इस लिहाज से यह शराब और ड्रग्स से भी ज्यादा खतरनाक नशा बनता जा रहा है. मोबाइल की बुरी लत छुड़ाने के लिए जिले के मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल में मोबाइल नशामुक्ति केंद्र खोला गया है. यहां डॉक्टरों की टीम सभी आयु वर्ग के लोगों को मोबाइल की आदत छुड़ाने में मदद करती है. मोबाइल की आदत से परेशान तमाम लोग इस सेंटर में इलाज के लिए आ रहे हैं.

प्रयागराज में खुला मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र.

मोबाइल का नशा बना रहा बीमार

नशा मुक्ति केंद्र पर इलाज के लिए हर दिन 10 से 15 मरीज आ रहे हैं. अभी इसे शुरू हुए एक हफ्ते से भी कम समय हुआ है. ऐसे में मरीजों की यह संख्या बहुत बड़ी मानी जा रही है. इससे मोबाइल के आदी लोगों की स्थिति का साफ अंदाजा लगाया जा सकता है. सेंटर में इस नशे को दवाइयों के साथ-साथ साइकोथेरेपी से भी ठीक किया जाता है. ये तीन प्रकार के होते हैं जिनमें माइल लेबल, निवेर लेबल और मॉडरेट लेबल शामिल हैं.

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प्रयागराज में खुला मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र.

मोबाइल की लत छुड़ाने में मदद करेगी स्पेशल टीम

इस मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र में पांच स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की टीम ओपीडी करेगी. गंभीर रूप से बीमार यानी मोबाइल के नशे की गिरफ्त में बुरी तरह कैद हो चुके लोगों का मन कक्ष में इलाज किया जाएगा. सेंटर में मरीजों की काउंसलिंग की जाएगी. साथ ही उनकी बीमारी के स्तर को देखते हुए दवाइयां दी जाएंगी. इस सेंटर में मोबाइल की लत छुड़ाने वाली टीम के अलावा आंख, दिमाग और जनरल फिजिशियन की टीम भी होगी जो मरीजों का अलग से चेकअप करेगी.

प्रयागराज: मौजूदा समय में तमाम फायदे पहुंचाने वाला मोबाइल लोगों को नशे का आदी और बीमार बना रहा है. इसके लगातार इस्तेमाल से लोगों को मानसिक और शारीरिक स्तर पर नुकसान हो रहा है. इस लिहाज से यह शराब और ड्रग्स से भी ज्यादा खतरनाक नशा बनता जा रहा है. मोबाइल की बुरी लत छुड़ाने के लिए जिले के मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल में मोबाइल नशामुक्ति केंद्र खोला गया है. यहां डॉक्टरों की टीम सभी आयु वर्ग के लोगों को मोबाइल की आदत छुड़ाने में मदद करती है. मोबाइल की आदत से परेशान तमाम लोग इस सेंटर में इलाज के लिए आ रहे हैं.

प्रयागराज में खुला मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र.

मोबाइल का नशा बना रहा बीमार

नशा मुक्ति केंद्र पर इलाज के लिए हर दिन 10 से 15 मरीज आ रहे हैं. अभी इसे शुरू हुए एक हफ्ते से भी कम समय हुआ है. ऐसे में मरीजों की यह संख्या बहुत बड़ी मानी जा रही है. इससे मोबाइल के आदी लोगों की स्थिति का साफ अंदाजा लगाया जा सकता है. सेंटर में इस नशे को दवाइयों के साथ-साथ साइकोथेरेपी से भी ठीक किया जाता है. ये तीन प्रकार के होते हैं जिनमें माइल लेबल, निवेर लेबल और मॉडरेट लेबल शामिल हैं.

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प्रयागराज में खुला मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र.

मोबाइल की लत छुड़ाने में मदद करेगी स्पेशल टीम

इस मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र में पांच स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की टीम ओपीडी करेगी. गंभीर रूप से बीमार यानी मोबाइल के नशे की गिरफ्त में बुरी तरह कैद हो चुके लोगों का मन कक्ष में इलाज किया जाएगा. सेंटर में मरीजों की काउंसलिंग की जाएगी. साथ ही उनकी बीमारी के स्तर को देखते हुए दवाइयां दी जाएंगी. इस सेंटर में मोबाइल की लत छुड़ाने वाली टीम के अलावा आंख, दिमाग और जनरल फिजिशियन की टीम भी होगी जो मरीजों का अलग से चेकअप करेगी.

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देश का पहला मोबाइल नशामुक्ति केंद्र खुला प्रयागराज मेंl

अभी तक तो शराब गांजा और तरह तरह के नशे से छुटकारा पाने के लिए डाक्टरो की जरूरत पड़ती थी लेकिन अब तो मोबाइल का नशा भी डाक्टरो द्वरा की छुड़ाया जा सकता है।देश का पहला नशामुक्ति केंद्र प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू चिकिस्तालय में खोला गया है जहा बूढ़े हो या बच्चे सभी को मोबाइल की लत से यानी जो जरूरत से ज्यादा का नशा रखते है उनको डाक्टरो की टीम द्वरा कम उपयोग के लिए सलाह दी जाती है।




Body:आपने ये जरूर सुना होगा कि किसी को भी शराब की लत या और तमाम तरह की लत हो सकती है और उसके निदान के लिए आप किसी डॉक्टर या हकीम के पास जाते है। लेकिन आप ने ये नही सुना होगा कि मोबाइल चलाने का नशा भी अब डाक्टरो के पास जाने से कम हो जाता है।देश का पहला नशामुक्ति केंद्र प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू चिकिस्तालय में खोला गया है जहा बूढ़े हो या बच्चे सभी को मोबाइल की लत से यानी जो जरूरत से ज्यादा का नशा रखते है उनको डाक्टरो की टीम द्वरा कम उपयोग के लिए सलाह दी जाती है।जिसमे 10 से 15 मरीज रोजाना आरहे है जो एक बड़ी संख्या है।ये नशा दवाइयों के साथ साथ साइकोथेरेपी द्वरा भी ठीक किया जाता है।ये तीन प्रकार के होते है। माइल लेबल,निवेर लेबल और मॉडरेट लेबल।हर दिन नई टेक्नोलॉजी आने से मानसिक स्वास्थ्य पर सीधे असर डाल रहा है।जिसमे बच्चों की संख्या ज्यादा है।डाक्टरो की माने तो ये बीमारी कैंसर से भी भयावह है।जिसका अभी तक कोई इलाज नही बचा है।

बाइट ---- इशनया (डॉक्टर)
बाइट ---- राकेश पाशवान (डाक्टर)
बाइट --- रासिद (दुकानदार)
बाइट ---- राकेश (आम नागरिक)
बाइट ---- नेहा (छात्रा)

बाइट ----



Conclusion:देश का पहला नशामुक्ति केंद्र खुल जाने से अब लोगो को इस भयावह बिमारी से निजात तो मिलेगी ही साथ ही बच्चों में मोबाइल के प्रति पागलपन को को भी कुछ हद तक काम कर पायेगी।
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