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समाज में बदलाव शिक्षा के माध्यम से हो सकता है: सिद्धार्थ नाथ सिंह - कायस्थ पाठशाला

यूपी के प्रयागराज में कायस्थ पाठशाला के 148वें स्थापना दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज में अगर बदलाव लाना है तो सबसे पहले उस समाज को शिक्षित करना पड़ेगा.

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लोगों को संबोधित करते सिद्धार्थ नाथ सिंह
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Published : Dec 4, 2019, 7:51 PM IST

प्रयागराज: जिले में कायस्थ पाठशाला के 148वें स्थापना दिवस का केपी कम्युनिटी सेंटर के सभागार में आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा समाज में अगर बदलाव लाना है तो सबसे पहले उस समाज को शिक्षित करना पड़ेगा, तब जाकर हम समाज का निर्माण कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने कायस्थ पाठशाला के संस्थापक मुंशी काली प्रसाद और भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस को याद करते हुए उनके योगदान की चर्चा की.

शिक्षा के महत्व पर जोर
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मुंशी काली प्रसाद जी ने समाज में बदलाव लाते हुए शिक्षा के महत्व पर बल दिया था. उनकी सोच थी कि शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय पीछे न रहें, इसलिए वे लगातार प्रयास करते रहे. उन्होंने ब्रिटिश काल में भारतीयों को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए कैसे आगे बढ़ाया, उनके इस प्रयास को आज कायस्थ पाठशाला से जुड़े लोग आगे ले जा रहे हैं.

लोगों से की स्वच्छता की अपील
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने संबोधन के दौरान प्रयागराज के लोगों से स्वच्छता की अपील की. उन्होंने कहा कि इस शहर को स्वच्छ बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है. इसके साथ ही उन्होंने बढ़ती हुई जनसंख्या पर चिंता जताते हुए समाज में जन जागरूकता लाने की अपील की. साथ ही विद्वानों, धर्मगुरुओं से इस विषय पर व्यापक चर्चा की. वहीं आम लोगों से जनसंख्या वृद्धि से होने वाली समस्याओं के बारे में सब को जागरूक करने की अपील भी की.

प्रयागराज: जिले में कायस्थ पाठशाला के 148वें स्थापना दिवस का केपी कम्युनिटी सेंटर के सभागार में आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा समाज में अगर बदलाव लाना है तो सबसे पहले उस समाज को शिक्षित करना पड़ेगा, तब जाकर हम समाज का निर्माण कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने कायस्थ पाठशाला के संस्थापक मुंशी काली प्रसाद और भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस को याद करते हुए उनके योगदान की चर्चा की.

शिक्षा के महत्व पर जोर
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मुंशी काली प्रसाद जी ने समाज में बदलाव लाते हुए शिक्षा के महत्व पर बल दिया था. उनकी सोच थी कि शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय पीछे न रहें, इसलिए वे लगातार प्रयास करते रहे. उन्होंने ब्रिटिश काल में भारतीयों को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए कैसे आगे बढ़ाया, उनके इस प्रयास को आज कायस्थ पाठशाला से जुड़े लोग आगे ले जा रहे हैं.

लोगों से की स्वच्छता की अपील
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने संबोधन के दौरान प्रयागराज के लोगों से स्वच्छता की अपील की. उन्होंने कहा कि इस शहर को स्वच्छ बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है. इसके साथ ही उन्होंने बढ़ती हुई जनसंख्या पर चिंता जताते हुए समाज में जन जागरूकता लाने की अपील की. साथ ही विद्वानों, धर्मगुरुओं से इस विषय पर व्यापक चर्चा की. वहीं आम लोगों से जनसंख्या वृद्धि से होने वाली समस्याओं के बारे में सब को जागरूक करने की अपील भी की.

इसे भी पढ़ें- मथुरा: रालोद नेता का बयान, कहा- खोखले नारे हैं सबका साथ सबका विकास

Intro:समाज में अगर बदलाव लाना है तो सबसे पहले उस समाज को शिक्षित करना पड़ेगा तब जाकर के हम समाज का निर्माण कर सकते हैं यह बातें आज उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम हथकरघा वस्त्र उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने केपी कम्युनिटी सेंटर के सभागार में कायस्थ पाठशाला 148 वे संस्थापक दिवस के अवसर पर आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कहीं मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन देते हुए उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कायस्थ पाठशाला के संस्थापक मुंशी काली प्रसाद एवं भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जन्म दिवस को याद करते हुए उनके द्वारा किए गए योगदान की चर्चा की


Body:अपने संबोधन में उन्होंने खुदीराम बोस को याद करते हुए कहा कि आज उनकी जयंती है और आज के दिन उनको भी याद किया जाएगा मुंशी काली प्रसाद जी ने समाज में बदलाव लाते हुए शिक्षा के महत्व पर बल दिया था उनकी सोच थी कि शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय पीछे न रहे इसलिए वे लगातार प्रयास करते रहे यह समझने की जरूरत है कि उन्होंने ब्रिटिश काल में भारतीयों को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए इसे कैसे आगे बढ़ाया उनके इस प्रयास को आज कायस्थ पाठशाला से जुड़े लोग आगे ले जा रहे हैं।


Conclusion:उन्होंने अपने संबोधन के दौरान उपस्थित लोगों से और प्रयागराज के लोगों से स्वच्छता से जोड़ने की अपील की उन्होंने कहा कि इस शहर को स्वच्छ बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है आगे उन्होंने बढ़ती हुई जनसंख्या पर चिंता जताते हुए समाज में जन जागरूकता लाने की अपील की और विद्वानों धर्मगुरुओं आदि लोगों से इस विषय पर व्यापक चर्चा के साथ ही आम लोगों को जनसंख्या वृद्धि से आने वाली समस्याओं के बारे में जागरूकता लाने की बात कही।

बाईट: सिद्धार्थ नाथ सिंह

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज
9044173173
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