प्रयागराज: जिले में कायस्थ पाठशाला के 148वें स्थापना दिवस का केपी कम्युनिटी सेंटर के सभागार में आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा समाज में अगर बदलाव लाना है तो सबसे पहले उस समाज को शिक्षित करना पड़ेगा, तब जाकर हम समाज का निर्माण कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने कायस्थ पाठशाला के संस्थापक मुंशी काली प्रसाद और भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस को याद करते हुए उनके योगदान की चर्चा की.
शिक्षा के महत्व पर जोर
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मुंशी काली प्रसाद जी ने समाज में बदलाव लाते हुए शिक्षा के महत्व पर बल दिया था. उनकी सोच थी कि शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय पीछे न रहें, इसलिए वे लगातार प्रयास करते रहे. उन्होंने ब्रिटिश काल में भारतीयों को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए कैसे आगे बढ़ाया, उनके इस प्रयास को आज कायस्थ पाठशाला से जुड़े लोग आगे ले जा रहे हैं.
लोगों से की स्वच्छता की अपील
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने संबोधन के दौरान प्रयागराज के लोगों से स्वच्छता की अपील की. उन्होंने कहा कि इस शहर को स्वच्छ बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है. इसके साथ ही उन्होंने बढ़ती हुई जनसंख्या पर चिंता जताते हुए समाज में जन जागरूकता लाने की अपील की. साथ ही विद्वानों, धर्मगुरुओं से इस विषय पर व्यापक चर्चा की. वहीं आम लोगों से जनसंख्या वृद्धि से होने वाली समस्याओं के बारे में सब को जागरूक करने की अपील भी की.
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