प्रयागराज: जालसाजों ने इलाहाबाद और पटना कोर्ट समेत कई विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर भोले भाले लोगों को करोड़ों का चूना लगा दिया. अब इनपर ईडी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. आरोपित तथाकथित डिप्टी रजिस्ट्रार के अलावा चार के खिलाफ ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है.
छानबीन में पता चला है कि गैंग के सरगना समीम और उसके सदस्यों ने सरकारी नौकरी के नाम पर 50 करोड़ से अधिक ठगे हैं. एसटीएफ ने सोराव के शमीम एमएनआईटी के डिप्टी प्रॉक्टर राघवेंद्र सिंह और कर्नलगंज के नीरज सहित नवाबगंज के रमेश चंद उर्फ गुड्डू को 24 अप्रैल 2019 में शिवकुटी से गिरफ्तार किया था.
एसटीएफ का दावा था कि आरोपितों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट व पटना हाईकोर्ट में समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी, लिपिक, चपरासी, इनकम टैक्स, सिंचाई रेलवे और सेतु निगम आदि विभागों में अलग-अलग पदों पर भर्ती कराने के नाम पर करीब 1400 से बेरोजगार युवकों से करोड़ों की ठगी की. अभियुक्तों के पास से चयन घोषणा पत्र, नियुक्ति पत्र जैसे तमाम कागजात व नकदी बरामद की गयी है.
सूत्रों की माने तो गैंग का राजफाश होने पर पता चला कि फर्जी कंपनी बनाकर धोखाधड़ी करने पर शमीम को दिल्ली में गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा गया था. उसके खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज हैं. फिलहाल, सभी अभियुक्त इस वक्त नैनी जेल में बंद हैं. सूत्रों की मानें तो शमीम के पास आलीशान मकान, ट्रांसपोर्ट आदि का जमा जमाया धंधा है.