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बड़ी लापरवाही: चालान हुई 40 हजार गाड़ियों के पेपर नहीं हैं विभाग के पास

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Published : Oct 7, 2019, 7:05 PM IST

प्रदेश भर में जहां यातायात के नियमों को तोड़ने वालों पर ई-चालान के जरिये कार्रवाई की जा रही है तो वहीं प्रयागराज में यातायात विभाग की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. यहां तकरीबन 40 हजार चालान हुई गाड़ियों के कागजात विभाग के पास नहीं हैं.

गाड़ियों के चालान के पेपर नहीं हैं विभाग के पास.

प्रयागराज: यातायात के नए नियम आ जाने से ई-चालान की व्यवस्था तो शुरू हो गई है और उसके आधार पर नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई करने में विलंब नहीं लगता है. साथ ही विभाग के लिए मुश्किल भी खड़ी हो गई है. जिले में 40 हजार गाड़ियों का चालान हुआ, लेकिन उन गाड़ियों के कोई भी जमानत पेपर फिलहाल विभाग के पास नहीं हैं.

गाड़ियों के चालान के पेपर नहीं हैं विभाग के पास.

विभाग के पास नहीं हैं चालान के कागजात
इस समय देश में ई-चालान की व्यवस्था लागू है. इसी के साथ सभी यातायात चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे और यातायात विभाग के अधिकारी डिजिटल चालान काटते हैं, लेकिन चालान हुई गाड़ियों का कोई भी पेपर विभाग को नहीं मिलता, जिसके चलते विभाग को गाड़ियों से जुर्माना वसूलने और गाड़ियों को नोटिस भेजने में काफी विलंब हो रहा है.

विभाग की मानें तो ई-चालान के जरिए वाहन मालिकों को दो से तीन महीने के बाद नोटिस मिल रहा है. बहुत से ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें नोटिस पहुंचने के समय चालान हुई गाड़ियों का जुर्माना भरने का भी समय बीत चुका होता है. इन सब के चलते वाहन चालकों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.

इसे भी पढ़ें:- प्रयागराज: समय के साथ आधुनिक होता जा रहा ऐतिहासिक धार्मिक रामलीला मंचन

ट्रैफिक एसपी ने कहा
ट्रैफिक एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि यह बात सच है कि विभाग के पास चालान हुई 30 से 40 हजार गाड़ियों के फिलहाल जमानत के कोई पेपर नहीं हैं, जिसके चलते यातायात विभाग डिजिटल माध्यम से की जा रही गाड़ियों के चालान से संबंधित जानकारी लेने के लिए उसकी सूची परिवहन विभाग को भेज रहा है.

यातायात नियम तोड़ने पर दो तरह के चालान की व्यवस्था है. एक ऑनलाइन व्यवस्था, जो सीसीटीवी और अन्य डिजिटल माध्यमों से की जा रही है. दूसरा चेकिंग के दौरान नियम तोड़ने वाली गाड़ियों का पेपर या उससे संबंधित कोई न कोई जमानत पेपर विभाग जमा करवाता है, जिससे उन्हें जल्द से जल्द नोटिस भेजने में आसानी होती है.

प्रयागराज: यातायात के नए नियम आ जाने से ई-चालान की व्यवस्था तो शुरू हो गई है और उसके आधार पर नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई करने में विलंब नहीं लगता है. साथ ही विभाग के लिए मुश्किल भी खड़ी हो गई है. जिले में 40 हजार गाड़ियों का चालान हुआ, लेकिन उन गाड़ियों के कोई भी जमानत पेपर फिलहाल विभाग के पास नहीं हैं.

गाड़ियों के चालान के पेपर नहीं हैं विभाग के पास.

विभाग के पास नहीं हैं चालान के कागजात
इस समय देश में ई-चालान की व्यवस्था लागू है. इसी के साथ सभी यातायात चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे और यातायात विभाग के अधिकारी डिजिटल चालान काटते हैं, लेकिन चालान हुई गाड़ियों का कोई भी पेपर विभाग को नहीं मिलता, जिसके चलते विभाग को गाड़ियों से जुर्माना वसूलने और गाड़ियों को नोटिस भेजने में काफी विलंब हो रहा है.

विभाग की मानें तो ई-चालान के जरिए वाहन मालिकों को दो से तीन महीने के बाद नोटिस मिल रहा है. बहुत से ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें नोटिस पहुंचने के समय चालान हुई गाड़ियों का जुर्माना भरने का भी समय बीत चुका होता है. इन सब के चलते वाहन चालकों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.

इसे भी पढ़ें:- प्रयागराज: समय के साथ आधुनिक होता जा रहा ऐतिहासिक धार्मिक रामलीला मंचन

ट्रैफिक एसपी ने कहा
ट्रैफिक एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि यह बात सच है कि विभाग के पास चालान हुई 30 से 40 हजार गाड़ियों के फिलहाल जमानत के कोई पेपर नहीं हैं, जिसके चलते यातायात विभाग डिजिटल माध्यम से की जा रही गाड़ियों के चालान से संबंधित जानकारी लेने के लिए उसकी सूची परिवहन विभाग को भेज रहा है.

यातायात नियम तोड़ने पर दो तरह के चालान की व्यवस्था है. एक ऑनलाइन व्यवस्था, जो सीसीटीवी और अन्य डिजिटल माध्यमों से की जा रही है. दूसरा चेकिंग के दौरान नियम तोड़ने वाली गाड़ियों का पेपर या उससे संबंधित कोई न कोई जमानत पेपर विभाग जमा करवाता है, जिससे उन्हें जल्द से जल्द नोटिस भेजने में आसानी होती है.

Intro:यातायात नियमों का पालन कराने के लिए विभाग द्वारा इस समय चेकिंग अभियान जोरों पर चलाया जा रहा है नए यातायात नियम आ जाने के बाद अब ई चालान की भी व्यवस्था शुरू हो गई है व्यवस्था आने से एक तरफ जहां नियम तोड़ने वालों के ऊपर कार्यवाही होने में विलंब नहीं लगता वही विभाग के पास एक नई मुश्किल खड़ी हो गई है प्रयागराज में यातायात नियम का पालन न करने पर चालान हुए 40 हजार गाड़ियों के कोई भी जमानत पेपर फिलहाल विभाग के पास नहीं है।


Body:बता दें कि इस समय देश में ई चालान की व्यवस्था लागू है और हर सभी यातायात चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे और यातायात विभाग के अधिकारियों के द्वारा डिजिटल चालान किए जाने से चालान हुई गाड़ियों का कोई भी पेपर विभाग को नहीं मिलता जिसके चलते उन्हें जुर्माना वसूलने और चालान हुई गाड़ियों को नोटिस भेजने मैं काफी विलंब हो रहा है विभाग की माने तो इचालान के जरिए वाहन मालिकों को दो से तीन महीने के बाद नोटिस मिल रही है बहुत से ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिसमें नोटिस पहुंचने के समय चालान हुई गाड़ियों का जुर्माना भरने का भी समय बीत चुका है , जिसके चलते वाहन स्वामियों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।


Conclusion:ट्रैफिक एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि विभाग के पास यह बात सच है कि चालान हुई 30 से 40 गाड़ियों के फिलहाल जमानत के कोई पेपर नहीं है। जिसके चलते यातायात विभाग यातायात नियम का अनुपालन न करने पर जिन गाड़ियों का चालान डिजिटल माध्यम से कर रहा है उसका पेपर और उसके संबंध में जानकारी लेने के लिए उसकी सूची परिवहन विभाग को भेज रहा है वहां से जानकारी मिलने के बाद संबंधित वहां स्वामियों को जुर्माने के संबंध में नोटिस भेजने की कार्रवाई करता है ऐसे में नोटिस भेजने में काफी विलंब हो जाता है यातायात नियम तोड़ने पर दो तरह के चालान की व्यवस्था है एक ऑनलाइन व्यवस्था जो सीसीटीवी व अन्य डिजिटल माध्यमों से की जा रही है दूसरा चेकिंग के दौरान नियम तोड़ने वाली गाड़ियों का पेपर या उससे संबंधित कोई न कोई जमानत पेपर विभाग जमा करवाता है जिससे उन्हें जल्द से जल्द नोटिस भेजने में आसानी होती है।
फिलहाल ई चालान की व्यवस्था हो जाने से विभाग को तो इससे आसानी तो हो रही है लेकिन इसकी मार यातायात नियम तोड़ने वालों पर पड़ रही है नोटिस के विलंब से पहुंचने पर उन्हें दोहरा जुर्माना भरना पड़ता है।

बाईट:कुलदीप सिंह एस पी ट्रैफिक

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज।
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