प्रयागराज: यातायात के नए नियम आ जाने से ई-चालान की व्यवस्था तो शुरू हो गई है और उसके आधार पर नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई करने में विलंब नहीं लगता है. साथ ही विभाग के लिए मुश्किल भी खड़ी हो गई है. जिले में 40 हजार गाड़ियों का चालान हुआ, लेकिन उन गाड़ियों के कोई भी जमानत पेपर फिलहाल विभाग के पास नहीं हैं.
विभाग के पास नहीं हैं चालान के कागजात
इस समय देश में ई-चालान की व्यवस्था लागू है. इसी के साथ सभी यातायात चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे और यातायात विभाग के अधिकारी डिजिटल चालान काटते हैं, लेकिन चालान हुई गाड़ियों का कोई भी पेपर विभाग को नहीं मिलता, जिसके चलते विभाग को गाड़ियों से जुर्माना वसूलने और गाड़ियों को नोटिस भेजने में काफी विलंब हो रहा है.
विभाग की मानें तो ई-चालान के जरिए वाहन मालिकों को दो से तीन महीने के बाद नोटिस मिल रहा है. बहुत से ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें नोटिस पहुंचने के समय चालान हुई गाड़ियों का जुर्माना भरने का भी समय बीत चुका होता है. इन सब के चलते वाहन चालकों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
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ट्रैफिक एसपी ने कहा
ट्रैफिक एसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि यह बात सच है कि विभाग के पास चालान हुई 30 से 40 हजार गाड़ियों के फिलहाल जमानत के कोई पेपर नहीं हैं, जिसके चलते यातायात विभाग डिजिटल माध्यम से की जा रही गाड़ियों के चालान से संबंधित जानकारी लेने के लिए उसकी सूची परिवहन विभाग को भेज रहा है.
यातायात नियम तोड़ने पर दो तरह के चालान की व्यवस्था है. एक ऑनलाइन व्यवस्था, जो सीसीटीवी और अन्य डिजिटल माध्यमों से की जा रही है. दूसरा चेकिंग के दौरान नियम तोड़ने वाली गाड़ियों का पेपर या उससे संबंधित कोई न कोई जमानत पेपर विभाग जमा करवाता है, जिससे उन्हें जल्द से जल्द नोटिस भेजने में आसानी होती है.