प्रयागराज : कौशांबी में बच्ची की मौत को लेकर प्रयागराज प्रशासन ने संज्ञान लिया है. अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप को लेकर डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं. डीएम के आदेश के बाद बच्ची का पोस्टमार्टम कराया गया है. जिलाधिकारी प्रयागराज ने ट्विटर पर जानकारी दी है कि दो सदस्यीय टीम बनाकर मामले की जांच कराई जा रही है. जो भी दोषी होंगे उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. वहीं एक डॉक्टर अंकित पर केस भी दर्ज हो गया है.
जिलाधिकारी ने खुशी की मौत के लिए जांच के आदेश दिए हैं. बता दें कि करेली निवासी मुकेश मिश्रा अपनी 3 साल की बेटी खुशी कौशांबी के पिपरी थाना अंतर्गत रावतपुर यूनाइटेड मेडिसिटी में 20 दिन पूर्व भर्ती कराया था. परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के 13 दिन बाद बच्ची को बिना टाका लगाए अस्पताल से निकाल दिया गया. 2 मार्च के बाद मुकेश मिश्रा अपनी बच्ची को लेकर कई अस्पतालों में गए, लेकिन किसी ने भी बच्ची को एडमिट नहीं किया.
ये है पूरा मामला-
परिजनों ने बताया कि बच्ची की आंत के ऑपरेशन के नाम पर अस्पताल ने पहले 50 हजार रुपये और ऑपरेशन के समय 1 लाख रुपये जमा कराए थे. 10 दिन बाद अस्पताल वालों ने कहा कि बच्ची के पेट में पस आ गया है, दोबारा ऑपरेशन करना पड़ेगा. फिर परिजनों ने इनकी बात मानकर 1 लाख रुपये जमा किए. ऑपरेशन के दूसरे दिन जब परिजनों ने डॉक्टर से ड्रेसिंग के लिए कहा तो ड्रेसिंग करते समय डॉक्टरों ने कहा कि इनको दूसरे अस्पताल में भर्ती करा लो या 5 लाख की व्यवस्था करो. आनन-फानन में परिजन बच्ची को लेकर शहर के चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने देखा तो उसका पेट खुला हुआ था, टाके भी नहीं लगे थे. तब डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची दो-तीन दिन से ज्यादा जिंदा नहीं रहेगी. इसे दिल्ली या लखनऊ ले जाओ या उसी अस्पताल में एडमिट कराओ. परिजनों का आरोप है कि जब वे बच्ची को लेकर दोबारा यूनाइटेड मेडिसिटी अस्पताल में गए तो उनको गेट के अंदर जाने नहीं दिया गया. इस बीच गेट पर ही बच्ची की मौत हो गई. बाद में सोशल साइट्स पर प्रशासनिक अधिकारियों को टैग करके इस मामले में इंसाफ की मांग की. जिसके बाद शनिवार देर रात जिलाधिकारी प्रयागराज ने जांच के आदेश दे दिए.
डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज
कौशांबी के थाना पिपरी में डॉक्टर अंकित के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. सीएमओ का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. 2 सदस्य टीम बनाई गई है. इसमें एडीएम सिटी भी शामिल हैं. जांच के बाद जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.