प्रयागराजः बालसन चौराहे पर डीएलएड संयुक्त मोर्चा संघ ने तृतीय सेमेस्टर में प्रमोट को लेकर प्रदर्शन किया और यूपी के शिक्षा मंत्री के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. काफी संख्या में पहुंचे डीएलएड छात्रों ने एक स्वर में कहा कि सभी प्रशिक्षुओं को प्रमोट किया जाय. साथ ही शिक्षा मंत्री के खिलाफ अपना मोर्चा खोला और मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की.
प्रदर्शन कर रहे डीएलएड संयुक्त मोर्चा संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने कहा कि 2017 और 2018 बैच के समस्त प्रशिक्षुओं की तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा मार्च 27, 28 और 29 को संपन्न कराई जानी थी, लेकिन इसी बीच पूरे देश में कोरोना महामारी के चलते सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं, जबकि हम सभी के प्रतिक्षण का दो वर्ष 5 जुलाई 2020 को पूरा हो गया.
आदेश में कई विसंगतियां
कोरोना के दौरान उत्तर प्रदेश शासन ने डीएलएड द्वितीय सेमेस्टर में बैक लगे छात्रों को प्रोन्नत करने का फैसला किया था. प्रोन्नत के संबंध में जो आदेश आया है, उसमें कई सारी विसंगतियां पाई गई हैं. जैसे 2018 बैच के जिन प्रशिक्षुओं के प्रथम अथवा द्वितीय सेमेस्टर के किसी विषय में बैक लगा था, उन्हें प्रोन्नत नहीं किया गया. ऐसे प्रशिक्षुओं की संख्या लगभग नब्बे हजार है. दूसरा कि जिन प्रशिक्षुओं को प्रोन्नत नहीं किया गया उन्हें तृतीय सेमेस्टर के समस्त विषयों की परीक्षा देनी पड़ेगी. साथ ही प्रोन्नत किए जाने वाले छात्रों को चतुर्थ सेमेस्टर में प्रोन्नत छात्रों के साथ परीक्षा देने से वंचित किया जा रहा है.
लाखों छात्रों का भविष्य अधर में
डीएलएड 2017 बैच के जिन प्रशिक्षुओं का सेमेस्टर बैक हो गया था और उन्होंने प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं 18 बैच के साथ भली-भांति उत्तीर्ण कर ली हैं, उन्हें भी तृतीय सेमेस्टर में प्रोन्नत नहीं किया जा रहा है. इस विसंगतियों से लाखों प्रशिक्षुओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है. अगर शिक्षा मंत्री हम लोगों की बात नहीं सुनते हैं, तो हम लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा. इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
भारतीय किसान सेना लोकतांत्रिक पार्टी समर्थन में उतरी
छात्रों के समर्थन में भारतीय किसान सेना लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश चन्द्र उपाध्याय भी उतरे. उन्होंने कहा कि फर्स्ट सेमेस्टर और सेकंड सेमेस्टर में जिनका बैक लगा है, उनको प्रमोट नहीं किया गया है. इससे इनका एक साल का समय खराब हो जाएगा. आने वाले समय में जो भर्तियां निकलेंगी उनमें यह फॉर्म नहीं भर सकेंगे. मुख्यमंत्री से मांग है कि जल्द से जल्द इस पर कुछ फैसला लें, जिससे इनका भविष्य खराब न हो. अन्यथा भारतीय किसान सेना लोकतांत्रिक पार्टी भी इनके समर्थन में उतर कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी.