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मकर संक्रांति स्नान को संगम पहुंचे श्रद्धालु, भोर से ही स्नान और दान शुरू, माघ स्नान कल

मकर संक्रांति स्नान के लिए संगम तट पर श्रद्धालु पहुंचने लगे. भोर से ही स्नान और दान शुरू हो गया है. हालांकि माघ स्नान की शुरुआत कल यानी 15 जनवरी से होगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 14, 2024, 11:44 AM IST

प्रयागराजः प्रयागराज में 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पहला स्नान पर्व है लेकिन उससे पहले 14 जनवरी को भी बड़ी संख्या श्रद्धालु संगम और गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. मकर संक्रांति भले ही 15 जनवरी को है लेकिन परंपरागत तरीके से 14 जनवरी को संगम में स्नान करने की परंपरा बनी हुई है. इस वजह से लोग रविवार की भोर से ही घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बावजूद संगम में स्नान करने के लिए मेला क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि मेला प्रशासन और पुलिस की तरफ से भी 14 और 15 जनवरी दोनों दिन के स्नान को लेकर व्यापक स्तर पर सभी इंतज़ाम किए गए हैं.

https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/14-01-2024/up-pra-01-makar-snan-vis-7209586_14012024104635_1401f_1705209395_579.jpg
मकर संक्रांति से पूर्व स्नान को संगम तट पर पहुंचे श्रद्धालु.
मकर संक्रांति से एक दिन पहले 14 जनवरी को संगम नगरी प्रयागराज में पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ लोग संगम स्नान करने पहुंच रहे है. प्रयागराज में इस वक्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है हाड़ कंपाने वाली कड़कड़ाती ठंड के बीच बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक रविवार की भोर से ही संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं.श्रद्धालूओं की भीड़ साबित कर रही है मौसम और ठंड पर की मार पर आस्था भारी है जिस वजह से बड़ी संख्या में बुजुर्ग में भी संगम और गंगा घाटों पर स्नान कर रहे हैं.देश भर के अलग अलग हिस्सों से आए हुए गंगा भक्त श्रद्धालू मुहूर्त और पुण्यकाल की परवाह किए बिना गंगा स्नान कर कोहरे के बीच सूर्य को अर्घ्य दे रहे हैं. गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाते हुए दान पुण्य कर रहे हैं. कड़ाके की ठंड व कोहरे के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है. मुहूर्त के अनुसार 15 जनवरी को है मकर संक्रांति का स्नान पर्व इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को है लेकिन उसके बावजूद बहुत से लोग 14 को भी आस्था की डुबकी लगा रहे हैं.ग्रह नक्षत्र और मुहूर्त के अनुसार लोग सोमवार 15 जनवरी को ही गंगा समेत दूसरी पवित्र नदियों में स्नान पूजा अर्चना करके मकर संक्रांति मनाएंगे.लेकिन प्रयागराज के माघ मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ 14 जनवरी को परंपरा के मुताबिक स्नान करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है.माघ मेला में स्नान के लिए श्रद्धालुओं के लिए संगम के साथ ही गंगा के किनारे अन्य स्थानों पर घाट बनाए गए हैं. मेले में सुरक्षा के खास इंतजाममाघ मेला में गंगा घाटों और संगम तट पर सुरक्षा के लिये कड़े इंतजाम किये गए हैं.पुलिस के आलाधिकारी भी मेला क्षेत्र में रह कर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं.मेला क्षेत्र में पुलिस पीएसी अर्धसैनिक बलों के साथ ही एसटीएफ और एटीएस के जवानों को तैनात किया गया है.चप्पे चप्पे की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे के साथ ही ड्रोन से भी निगरानी की जायेगी. मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के आने जाने से लेकर सुरक्षित स्नान तक के लिए सारी व्यवस्था कर ली गई है.

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प्रयागराजः प्रयागराज में 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पहला स्नान पर्व है लेकिन उससे पहले 14 जनवरी को भी बड़ी संख्या श्रद्धालु संगम और गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. मकर संक्रांति भले ही 15 जनवरी को है लेकिन परंपरागत तरीके से 14 जनवरी को संगम में स्नान करने की परंपरा बनी हुई है. इस वजह से लोग रविवार की भोर से ही घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बावजूद संगम में स्नान करने के लिए मेला क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि मेला प्रशासन और पुलिस की तरफ से भी 14 और 15 जनवरी दोनों दिन के स्नान को लेकर व्यापक स्तर पर सभी इंतज़ाम किए गए हैं.

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मकर संक्रांति से पूर्व स्नान को संगम तट पर पहुंचे श्रद्धालु.
मकर संक्रांति से एक दिन पहले 14 जनवरी को संगम नगरी प्रयागराज में पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ लोग संगम स्नान करने पहुंच रहे है. प्रयागराज में इस वक्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है हाड़ कंपाने वाली कड़कड़ाती ठंड के बीच बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक रविवार की भोर से ही संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं.श्रद्धालूओं की भीड़ साबित कर रही है मौसम और ठंड पर की मार पर आस्था भारी है जिस वजह से बड़ी संख्या में बुजुर्ग में भी संगम और गंगा घाटों पर स्नान कर रहे हैं.देश भर के अलग अलग हिस्सों से आए हुए गंगा भक्त श्रद्धालू मुहूर्त और पुण्यकाल की परवाह किए बिना गंगा स्नान कर कोहरे के बीच सूर्य को अर्घ्य दे रहे हैं. गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाते हुए दान पुण्य कर रहे हैं. कड़ाके की ठंड व कोहरे के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है. मुहूर्त के अनुसार 15 जनवरी को है मकर संक्रांति का स्नान पर्व इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को है लेकिन उसके बावजूद बहुत से लोग 14 को भी आस्था की डुबकी लगा रहे हैं.ग्रह नक्षत्र और मुहूर्त के अनुसार लोग सोमवार 15 जनवरी को ही गंगा समेत दूसरी पवित्र नदियों में स्नान पूजा अर्चना करके मकर संक्रांति मनाएंगे.लेकिन प्रयागराज के माघ मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ 14 जनवरी को परंपरा के मुताबिक स्नान करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है.माघ मेला में स्नान के लिए श्रद्धालुओं के लिए संगम के साथ ही गंगा के किनारे अन्य स्थानों पर घाट बनाए गए हैं. मेले में सुरक्षा के खास इंतजाममाघ मेला में गंगा घाटों और संगम तट पर सुरक्षा के लिये कड़े इंतजाम किये गए हैं.पुलिस के आलाधिकारी भी मेला क्षेत्र में रह कर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं.मेला क्षेत्र में पुलिस पीएसी अर्धसैनिक बलों के साथ ही एसटीएफ और एटीएस के जवानों को तैनात किया गया है.चप्पे चप्पे की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे के साथ ही ड्रोन से भी निगरानी की जायेगी. मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के आने जाने से लेकर सुरक्षित स्नान तक के लिए सारी व्यवस्था कर ली गई है.

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