प्रयागराज : जिला विद्यालय निरीक्षक के सीनियर क्लर्क के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया गया है. जिला विद्यालय निरीक्षक की तहरीर पर ही यह कार्रवाई की गई है. पुलिस क्लर्क की तलाश में है. क्लर्क ने सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों की पेंशन के लिए जमा की जाने वाली रकम को निजी कंपनी में निवेश कर दिया था.
प्रयागराज के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक आलोक कुमार गुप्ता के खिलाफ उसके ही अफसर ने मुकदमा दर्ज करवाया है. जिला विद्यालय निरीक्षक पीएनसिंह ने सिविल लाइंस थाने में लिखित शिकायत देकर अपने कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक आलोक कुमार गुप्ता पर शिक्षकों और कर्मचारियों की पेंशन के लिए जमा की जाने वाली रकम को निजी कंपनी में निवेश करने का आरोप लगाया है.
पासवर्ड को चुराकर किया गलत इस्तेमाल : जिला विद्यालय निरीक्षक का आरोप है कि उनके कार्यालय में तैनात सीनियर क्लर्क आलोक ने उनके यूजर आईडी और पासवर्ड को चुराकर उसका गलत इस्तेमाल किया.उनके यूजर आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करके एडेड स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों के राष्ट्रीय पेंशन योजना एनपीएस खाते में जमा की जाने वाली रकम को निजी कंपनी में निवेश कर दिया .यही निजी कंपनी में पेंशन की रकम को निवेश करके खुद लाभ कमाना चाहता था. जिसकी जानकारी मिलने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने अपने स्तर से जांच की. वहीं यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकान्त शुक्ला ने आरोपी क्लर्क को निलंबित करते हुए फतेहपुर जिले से सम्बद्ध कर दिया था.
कमेटी करेगी मामले की जांच : प्रयागराज के जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय में तैनात क्लर्क के द्वारा शिक्षकों और कर्मचारियों के पेंशन की रकम को निजी कंपनी में निवेश करने के मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है.शासन ने इस मामले की जांच के लिए शिक्षा निदेशालय के अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की गई है. इसमें शिक्षा निदेशक मुख्यालय रामचेत सदस्य सचिव हैं और वित्त नियंत्रक पवन कुमार को भी मेम्बर नामित किया है जो पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे.
पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी : जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के बाबू के खिलाफ उनके ही अफसर की तहरीर पर सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने अमानत में खयानत समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है. सिविल लाइंस के एसीपी श्वेताभ पांडेय का कहना है कि मामले की शिकायत मिली है जिसके बाद पुलिस ने पूरे घटना की जांच शुरू कर दी है.जांच के बाद पुलिस की तरफ से कार्रवाई की जाएगी.
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